‘संयुक्त राष्ट्र पुरस्कार किसी व्यक्ति के लिए नहीं भारतीय मूल्य पद्धति के लिए’: PM मोदी
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्हें प्रदान किया गया संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण पुरस्कार केवल किसी व्यक्ति के लिए नहीं बल्कि प्रकृति के साथ सामंजस्य कायम करने तथा पर्यावरण की रक्षा करने वाली भारतीय मूल्य पद्धति के लिए है.
मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुएल मैंक्रों को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के लिए बढ़-चढ़कर काम करने और पर्यावरण संबंधी कार्यों के लिए सहयोग के नये क्षेत्रों को प्रोत्साहन देने के वास्ते उल्लेखनीय कार्य के लिए संयुक्त रुप से संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार के लिए चुना गया है.
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा,‘मैं पूरी नम्रता के साथ चैंपियन ऑफ अर्थ अवार्ड स्वीकार करता हूं और इस सम्मान के लिए संयुक्त राष्ट्र को धन्यवाद देता हूं. यह पुरस्कार केवल किसी व्यक्ति के लिए नहीं बल्कि प्रकृति के साथ सामंजस्य कायम करने तथा पर्यावरण की रक्षा करने वाली भारतीय मूल्य पद्धति के लिए है.’
उन्होंने मैंक्रों को भी यह पुरस्कार मिलने पर उन्हें बधाई दी. मोदी और मैंक्रों उन छह शख्सियतों में हैं जिन्हें चैंपियन ऑफ अर्थ अवार्ड से दुनिया के सबसे उत्कृष्ट बदलाव लाने वाले के रुप में पहचान मिली है.
अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) भारत की पहल है जिसे संयुक्त रूप से मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने नवंबर 2015 में पेरिस में संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन सीओपी-21 के इतर शुरू किया था. आईएसए एक संधि आधारित अंतरराष्ट्रीय निकाय है जो सौर ऊर्जा संपन्न देशों के साथ गठजोड़ में सौर ऊर्जा को प्रोत्साहन देने के लिए काम करता है. वहीं कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को इस साल का उद्यमिता दृष्टि सम्मान दिया गया है। सतत् ऊर्जा में उसके द्वारा किए गए प्रयासों के लिए यह सम्मान मिला है।