“संविधान पर संकट” को लेकर भाजपा-कांग्रेस में जंग, शिवराज बोले- नेहरू ने अंबेडकर को संसद पहुंचने नहीं दिया
संविधान निर्माता डॉ. बीआर आंबेडकर की विरासत पर दावे की सियासी रस्साकशी की पृष्ठभूमि में आज उनकी जन्मस्थली भाजपा और कांग्रेस की तीखी जुबानी जंग की गवाह बनी। आंबेडकर की आज 127 वीं जयंती थी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर प्रमुख विपक्षी दल ने भाजपा को घेरने के लिये यहां “संविधान बचाओ अभियान” की शुरूआत की। उधर, सत्तारूढ़ भाजपा ने जोरदार पलटवार करते हुए कांग्रेस पर आंबेडकर को अपमानित करने का आरोप लगाया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जयंती समारोह में कटाक्ष किया, “आज वे लोग (कांग्रेस नेता) संविधान बचाओ अभियान पर निकल पड़े हैं, जिनकी पार्टी ने संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए वर्ष 1975 में देश पर आपातकाल थोप दिया था।” उन्होंने सार्वजनिक समारोह के मंच पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मौजूदगी में कहा, “मौजूदा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के रहते संविधान को कोई खतरा होने का सवाल ही नहीं उठता… संविधान एकदम सुरक्षित है।”
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने यह सुनिश्चित करने के लिये एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था कि आम्बेडकर चुनाव जीतकर संसद न पहुंच सकें। शिवराज ने कहा, “जिन लोगों (कांग्रेस नेता) ने संविधान निर्माता के जीवनकाल और उनके निधन के बाद भी उनका अपमान किया, वे आज संविधान बचाने की बात कर रहे हैं। वे लोग आज आंबेडकर की प्रतिमा पर फूल चढ़ा रहे हैं।” मुख्यमंत्री ने यह घोषणा भी की कि देशभर में आंबेडकर के जीवन से जुड़े स्थलों को प्रदेश सरकार की तीर्थदर्शन योजना में शामिल किया जायेगा। इस योजना के तहत लोगों को रेल के जरिये तीर्थयात्रा करायी जाती है।
केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने भी आंबेडकर के कथित अपमान को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने महू में आंबेडकर जन्मस्थली पर वर्ष 2008 में भव्य स्मारक का लोकार्पण किया, जबकि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने इस परियोजना में जरा भी रुचि नहीं दिखायी थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की “केवल एक परिवार की अगुवाई वाली” सरकारों ने देश के अन्य शहरों में भी आंबेडकर से जुड़े प्रमुख स्थलों की घोर उपेक्षा की, जबकि नरेन्द्र मोदी सरकार इन जगहों को विकसित कर इन्हें भव्य स्मारकों में बदल रही है। गहलोत ने कहा, “देश में कई बार ऐसे अवसर आये, जब आंबेडकर के रचे संविधान पर संकट के आसार बने और अनुसूचित जाति-जनजाति के हितों से अन्याय की आशंका खड़ी हुई। लेकिन हमारी सरकारों ने हमेशा इस स्थिति को ठीक करने का काम किया है।”
इस बीच, महू के आंबेडकर स्मारक से “संविधान बचाओ अभियान” की शुरूआत के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “हमने बाबा साहेब की विचारधारा को सदैव आगे बढ़ाया। उनके सामाजिक समरसता के सिद्धांत को जन-जन तक पहुँचाया और आपसी भाईचारे को मजबूत किया लेकिन आज भाजपा की विचारधारा समाज को बांटने का कार्य कर रही है।’’ यादव ने कहा, “भाजपा बाबा साहेब के बनाये संविधान को बदलने की बात करती है। भाजपा के राज में आरक्षण व्यवस्था को चुनौती दी जा रही है।’’ प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा, “हमने पिछले 60 साल में बाबा साहेब को पूरा सम्मान दिया, जबकि भाजपा के राज में उनकी प्रतिमाएं तक सुरक्षित नहीं हैं। हालात ये हैं कि हिफाजत के लिये उनकी प्रतिमाओं को जाली में कैद करना पड़ रहा है।’’