सपा नेता ने साधा भाजपा पर निशाना, श्रीश्री रविशंकर को बताया पार्टी का मोहरा
समाजवादी पार्टी (सपा) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर पर निशाना साधा है। पार्टी ने आरोप लगाया कि श्री श्री भाजपा के मोहरे हैं और पार्टी उनके जरिए हिंदू मतों के ध्रुवीकरण की जुगत में लगी हुई है। सपा की ओर यह प्रतिक्रिया तब आई है, जब रविशंकर अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद के मामले में मध्यस्थता कर रहे हैं। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रमाशंकर विद्यार्थी ने पत्रकारों से हुई बातचीत में आरोप लगाया कि रविशंकर भाजपा के मोहरे हैं । भाजपा को यह अहसास हो गया है कि विकास की बाजीगरी की आड़ में उसकी झूठ को जनता ने पकड़ लिया है । गुजरात विधानसभा और उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव में उसकी हार होने जा रही है । भाजपा ने इसी पर श्री श्री रविशंकर को आगे कर राम मंदिर मसले को गरमाने का प्रयास किया है।
उन्होंने आगे कहा कि सपा श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित करा रही है । उन्होंने कहा कि इस समय देश और प्रदेश दोनों जगह पर भाजपा की सरकार है, उसे राम मंदिर बनाने से रोक कौन रहा है। यही नहीं, उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि यदि अदालत के फैसले और आम सहमति से ही राम मंदिर का निर्माण होना था तो फिर भाजपा ने इसके लिए रथ यात्रा क्यों निकाला और इसे अपना चुनावी मुद्दा क्यों बनाया?
पांच दिसंबर से इस मामले में सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। श्री श्री के अयोध्या पहुंचने से एक दिन पहले वह उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले थे। साल 2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। कोर्ट ने यहां के 2.77 एकड़ के विवादित क्षेत्र को तीन हिस्सों में विभाजित किया था, जिसमें एक हिस्सा सुन्नी वक्फ बोर्ड, दूसरा निर्मोही अखाड़ा और तीसरा राम मंदिर को मिला था।