समय से पहले बालों का सफेद होना इन बीमारियों का हो सकता है संकेत
घने और काले बाल हर किसी की चाहत होती हैं। बहुत से लोगों के सामने बालों के झड़ने का समस्या होती है तो बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिनके बाल उम्र होने से पहले ही सफेद होने लगते हैं। सफेद बाल ज्यादा उम्र के ही तो सूचक हैं लेकिन आजकल युवाओं में भी सफेद बालों की समस्या खूब देखी जा रही है। इसके पीछे मुख्य कारण आजकल की जीवनशैली है। हेयर फॉलिकल्स में मेलनिन नाम का एक तत्व पाया जाता है जो बालों के रंग के लिए जिम्मेदार होता है। बढ़ती उम्र या फिर तनाव की स्थित में इसका उत्पादन काफी कम हो जाता है जिससे बाल सफेद होने लगते हैं। इसके अलावा कुछ ऐसी बीमारियां भी होती हैं जो सफेद बालों का कारक होती हैं। सफेद बालों को देखकर उन बीमारियों के बारे में भी पता लगाया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं कि वे कौन सी बीमारियां हैं जो सफेद बालों का कारण बनती हैं-
1. थॉयराइड संबंधी समस्याः थॉयराइड डिसऑर्डर, हाइपोथॉयराइडिज्म तथा हाइपरथायरॉइडिज्म की वजह से भी बालों का रंग उड़ता चला जाता है और फिर बाल सफेदी की ओर अग्रसर होने लगते हैं।
2. फंगल इन्फेक्शनः बालों की अगर ठीक ढंग से सफाई न की जाए तो स्कैल्प में इस तरह के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इस वजह से भी बाल सफेद होने लगते हैं। सफाई का विशेष ध्यान रखकर इस समस्या से बचा जा सकता है।
3. एनीमियाः शरीर में रक्त की कमी एनीमिया का कारण होती है। रक्त के अभाव के चलते शरीर के अधिकांश भागों में ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है। इस वजह से भी बाल सफदे होते हैं।
4. हार्मोन्स का असंतुलनः हार्मोन में जब बदलाव होते हैं तो इसका असर बालों और त्वचा पर जरूर पड़ता है। इसलिए अगर आपके बाल सफेद हो रहे हों तो इसका मतलब हार्मोन्स में समस्या भी हो सकती है।
5. जिंक का अभावः शरीर में जिंक की कमी होने की वजह से भी असमय बाल सफेद होते हैं। हड्डियों, त्वचा तथा स्कैल्प को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार से भरपूर भोजन अनिवार्य होता है। इसलिए सफेद बालों से निजात पाने के लिए खाने में जिंक की मात्रा कम न होने दें।
6. विटामिन बी 12 की कमीः शरीर में विटामिन बी 12 की कमी होने से पनीशियस एनीमिया की शिकायत हो जाती है जो बालों के सफेद होने का कारण बनता है।