समुद्र में मछुआरों पर ‘गोलीबारी’: सीएम के. पलानीस्वामी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, हस्तक्षेप करने की रखी मांग

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने भारतीय तटरक्षक द्वारा दो मछुआरों पर कथित रूप से गोली चलाए जाने का मुद्दा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष उठाया है और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचने के लिए उनसे दखल की मांग की है। उन्होंने कहा कि रामेश्वरम से छह मछुआरे 13 नवंबर को मशीनीकृत नौका पर सवार हो समुद्र में मछली पकड़ने के लिए गए थे। मोदी को लिखे अपने पत्र में उन्होंने कहा है, ‘‘ऐसी सूचना है कि ओलाक्कुडा के निकट तकरीबन चार समुद्री मील की दूरी पर अपराह्न करीब सवा तीन बजे अपने समुद्री सीमा क्षेत्र के अंदर मछली पकड़ने के दौरान एक भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) जहाज ‘रानी अबाका’ ने मछुआरों को जांच के लिए अपनी नौका बंद करने के लिए कहा और उनकी नौका पर गोली चलाी।’’ यह पत्र बुधवार को मीडिया में जारी किया गया।

पलानीस्वामी ने कहा कि घटना में एक मछुआरा पिचाई का बायां हाथ जख्मी हो गया, अन्य व्यक्ति जॉनसन के बायें कंधे पर चोट आई। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें रामेश्वरम में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका उपचार चल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मछली पकड़ने की नौका में एक गोली बरामद हुई और उसे बाद में मंडपम मरीन पुलिस थाना को सौंप दिया गया है।’’ उन्होंने कहा कि मछुआरों ने यह भी आरोप लगाया कि तटरक्षक उनकी नौका में आ गए और उनके साथ दुर्व्यवहार किया तथा छड़ी एवं लोहे की छड़ से उनकी पिटाई की।

पलानीस्वामी ने कहा, ‘‘मंडपम मरीन पुलिस थाना ने घायल मछुआरों की शिकायत के आधार पर 14 नवंबर को हुई घटना की प्राथमिकी दर्ज की है।’’ उन्होंने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से तमिलनाडु के मछुआरों के बीच तनाव और असुरक्षा का भाव पैदा हो गया है और इसलिए पाक जलडमरूमध्य के मछुआरों ने भारतीय तटरक्षक की कार्रवाई के खिलाफ 16 नवंबर को हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।
श्रीलंकाई नौसेना द्वारा मछुआरों की गिरफ्तारी की घटनाओं को दोहराते हुए उन्होंने लिखा है कि इसकी पृष्ठभूमि में तटरक्षक कर्मियों को धैर्य दिखाना चाहिए था।

उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मैं आपसे तुरंत इस संबंध में दखल देने और रक्षा मंत्रालय को भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने की सलाह देने का अनुरोध करता हूं।’’ तमिलनाडु के आईटी मंत्री एम. मणिकंदन ने पीटीआई से मंगलवार को कहा था कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो यह सुनिश्चित करने के लिए यह मामला केंद्र के समक्ष उठाया जाएगा। बहरहाल तटरक्षक ने अपने कर्मियों द्वारा ऐसी किसी गोलीबारी की घटना से इनकार किया है। तटरक्षक ने अपने बयान में कहा कि तटरक्षक पाक जलडमरूमध्य में अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के पास अपनी नियमित गश्त के दौरान मछली पकड़ने की नौका ‘जेहोवा जिरेह’ की जांच कर रहा था।

मदुरै से मिली सूचनाओं के अनुसार, तटरक्षक के दो जेसीओ ने अस्पताल में जाकार मछुआरों का हालचाल पूछा। उन्होंने सार्वजनिक स्वास्थ्य की उप निदेशक मीना कुमारी से भी मुलाकात की और मछुआरों की स्थिति के बारे में जानकारी ली। इसके बाद मछुआरों ने हड़ताल वापस लेने का फैसला किया है। इस दौरान मछुआरा संघ के अध्यक्ष एन. जे. बोस भी मौजूद थे।

 

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