सरकारी अस्पताल पहुंचकर रिकॉर्ड्स चेक करने लगीं कांग्रेस विधायक की पत्नी, हो गई शिकायत

कर्नाटक से विवादास्पद खबर आ रही है। कर्नाटक विधानसभा की कुनिगल सीट से कांग्रेस विधायक डॉ. एचडी रंगनाथ की पत्नी डॉ. सुमा रंगनाथ ने पार्टी कार्यकर्ताओं को साथ लेकर कई सरकारी अस्पतालों का दौरा किया है। इनमें कुनिगल का सरकारी अस्पताल भी शामिल है। डॉ. सुमा रंगनाथ ने न सिर्फ अस्पतालों के रिकॉर्ड चेक किए बल्कि दवाओं के स्टोर रूम, प्रसूति वार्ड, मरीजों के बिस्तर वगैरह की भी जांच की। ये सारी जांच उन्होंने अपने पति और विधायक डॉ. एचडी रंगनाथ की पत्नी होने के तौर पर की है। डॉ. एचडी रंगनाथ इस वक्त सरकारी कामकाज के निरीक्षण के लिए बनाए गए बोर्ड के सदस्य हैं। कई लोगों ने डॉ. सुुुुमा की शिकायत कांंग्रेस पार्टी से की है। हालांकि कांग्रेस पार्टी ने डॉ. सुमा पर अभी तक कोई एक्शन लिया है, ऐसी सूचना नहीं मिली है।

ये दौरा डॉक्टरों को पहले से जानकारी दिए बिना किया गया था। कई लोगों ने इस बात पर आपत्ति जताई है कि विधायक की पत्नी ने अपने पति की शक्तियों का दुरुपयोग किया है। आरोप है कि डॉ. सुमा ने लोकतांत्रिक नियमों के विरुद्ध काम किया है। विपक्षी पार्टियों का कहना है कि डॉ. सुमा इन कामों के जरिए तालुका का प्रशासन अपने हाथों में लेना चाहती हैं। कई लोगों ने कॉमेंट ​किए कि अस्पताल प्रशासन को ये अधिकार नहीं था कि वह विधायक की पत्नी को रिकॉर्ड चेक करवाएं और विभागों का दौरा करने दें। खासतौर पर उस वक्त जब आम आदमी के मांगने पर वह उसी सूचना को उन्हें देने से मना कर देते हों। जनता दल सेक्युलर के नेता ने बताया कि पहले भी कई कांग्रेस नेताओं के बच्चे अपने पिता और माता की ताकतों का दुरुपयोग करते रहे हैं। लेकिन अब वे खुद ही इस तरह की ताकत के दुरुपयोग में जुट गए हैं।

डॉ. सुमा ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि वह अपनी पति की शक्तियों का दुरुपयोग नहीं कर रहीं थीं। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान, कई लोगों और मरीजों ने उनके संज्ञान मेंं ये बात लाई थी कि सरकारी चिकित्सालयों की हालत जर्जर है। इसके बाद उन्होंने अस्पताल जाने और सौजन्यपूर्ण वातावरण में​ चिकित्सकों से इस मुद्दे पर बात करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि वहां मिली खामियों के बारे में मैंने अपने विधायक पति को सूचना दी है। मैंने उनसे वहां पर सुविधाओं को बेहतर करने के बारे में भी चर्चा की है। मैंने अपने सुझावों को स्वास्थ्य मंत्री डॉ. डीके शिवकुमार और सांसद डीके सुरेश के संज्ञान में भी लाया है।

बीते 26 जून को पंजाब से भी ऐसा ही वाकया आया था। पूर्व क्रिकेटर और राज्य के पर्यटन मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने उनके विभाग का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने जनसमस्याएं भी सुनीं और पंजाब नगर निगम (पीएमएन) के एक निलंबित अधिकारी को बहाली का पत्र भी थमा दिया था। इस पूरे मामले में उन पर पति की गैर मौजूदगी में सरकारी कामकाज में दखल देने का आरोप लगाया गया था।

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