सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर जोधपुर में PM मोदी ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि
जोधपुर/नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (28 सितंबर) ‘पराक्रम पर्व’ प्रदर्शनी का उद्घाटन करने जोधपुर पहुंचे हैं. उनको जोधपुर एयरपोर्ट पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद वह एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे. वहां उन्होंने विजिटर्स बुक पर हस्ताक्षर किए. पीएम मोदी ने कोणार्क कोर युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. प्रधानमंत्री ने इसके बाद पराक्रम पर्व प्रदर्शनी में रखे सैन्य उपकरणों का देखा.
रक्षा मंत्री और तीनों सेना प्रमुख भी पीएम मोदी के साथ हैं. बता दें कि शुक्रवार से 30 सितंबर तक देश में पराक्रम पर्व मनाया जा रहा है. बता देें कि शौर्य पराक्रम समारोह का यह आयोजन 2016 में नियंत्रण रेखा के पार आतंकियों के लॉन्च पैड को तबाह करने के लिए की गई सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर हो रहा है.
जोधपुर में तीन दिनों तक आयोजित होने वाली इस प्रदर्शनी में सेना की बहादुरी और देश निर्माण में उसके योगदान को प्रदर्शित किया जाएगा. प्रर्दशनी का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी यहां संयुक्त कमाडंर कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे. उनके साथ इस दौरान तीनों सेना प्रमुखों के चीफ भी मौजूद रहेंगे. बता दें सेना ने 28-29 सितंबर, 2016 की दरम्यानी रात को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक की थी और आतंकवादियों को भारी नुकसान पहुंचाया था.
इस कॉन्फ्रेंस में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और सेना प्रमुख, नौसेना और वायुसेना के साथ-साथ ही वरिष्ठ रक्षा अधिकारी शामिल होंगे. यह तीसरी बार है जब कमांडर कॉन्फ्रेंस दिल्ली के बाहर आयोजित की जा रही है. अंतिम बार 2015 में दिल्ली में कमांडर कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था. वहीं 2016 में यह कॉन्फ्रेंस भारतीय नौसेन के युद्धपोत आईएएनएस विक्रमादित्य पर आयोजित की गई थी जबकि 2017 में देहरादून स्थित इंडियन मिलिट्री ऐकेडमी में यह कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी.
शुक्रवार को दिल्ली में इंडिया गेट पर भी पराक्रम पर्व के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण इंडिया गेट पर कार्यक्रम में शामिल होंगी और बच्चों से मिलेंगी. इसमें भारतीय सेना के शौर्य को दिखाया जाएगा. इसके अलावा देश के 51 शहरों में 53 जगहों पर सेना की ताकत के बारे में बताया जाएगा.