सलाउद्दीन के बेटे को सात दिनों की NIA की हिरासत में भेजा गया

करीब छह साल पहले आतंकवाद के वित्त पोषण के एक मामले के सिलसिले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वांछित आतंकवादी सैयद सलाउद्दीन का बेटा सैयद शाहिद यूसुफ को बुधवार को सात दिन के लिए एनआइए की हिरासत में भेज दिया गया।  एनआइए ने यूसुफ की हिरासत की मांग वाली अपनी याचिका में कहा कि पूरी आपराधिक साजिश को बेनकाब करने और हिज्बुल मुजाहिदीन के साथ उसके संबंधों को स्थापित करने के लिए हिरासत की जरूरत है। एनआइए ने यूसुफ को मंगलवार को गिरफ्तार किया था। उसे जिला एवं सत्र न्यायाधीश पूनम ए बंबा के समक्ष पेश किया गया जिन्होंने यूसुफ को हिरासत में देने की जांच एजंसी की अपील स्वीकार कर ली। अपने आवेदन में एनआइए ने कहा कि हवाला के जरिए पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर धन भेजे जाने के संदर्भ में मिली सूचना के आधार पर मामला दर्ज किया गया।

यूसुफ के वकील ने आवेदन का विरोध करते हुए दावा किया कि इस मामले में उनके मुवक्किल को फंसाया गया है। एजंसी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर सरकार के कृषि विभाग में काम करने वाले शाहिद (42) को एजंसी के मुख्यालय में समन किया गया था। एनआइए का आरोप है कि शाहिद यूसुफ को अमेरिका स्थित एक ‘अंतरराष्ट्रीय धन अंतरण कंपनी’ के जरिए एजाज अहमद भट से रकम प्राप्त हुई। एजाज इस मामले में एक अन्य आरोपी है और फरार है। बताया जा रहा है कि एजाज फिलहाल सऊदी अरब में रह रहा है। जांच एजंसी ने आरोप लगाया है कि यूसुफ भट के कई भारतीय संपर्कों में से एक है जो धन अंतरण कोड्स के जरिए रकम हासिल करने के लिए टेलीफोन पर उसके संपर्क में रहता था। एनआइए ने दावा किया कि इस तरह से अब तक यूसुफ आठ अंतरराष्ट्रीय धन अंतरण के जरिए करीब साढ़े चार लाख रुपए ले चुका है। एनआइए की ओर से अप्रैल 2011 में दर्ज किया गया मामला दिल्ली के रास्ते हवाला के जरिए पाकिस्तान से जम्मू कश्मीर में रकम के स्थानांतरण से जुड़ा है। एजंसी का दावा है कि इस रकम का उपयोग आतंकी वित्त पोषण और अलगाववादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया गया।

अब तक एनआइए इस मामले में छह लोगों के खिलाफ दो आरोप पत्र दायर कर चुकी है। इनमें पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी के निकट सहयोगी जीएम भट, मोहम्मद सिद्दीक गनई, गुलाम जीलानी लीलू और फारूक अहमद डग्गा शामिल हैं। यह चारों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। इनके अलावा एनआइए ने मोहम्मद मकबूल पंडित और एजाज अहमद भट का नाम भी आरोप पत्र में शामिल किया है लेकिन ये दोनों अभी फरार हैं। दोनों के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *