ससुराल में शौचालय नहीं तो बहू ससुर को खींच लाई थाने, बॉन्ड पर कराया दस्तखत- टॉयलेट बनाओगे तभी मायके से आऊंगी
ससुराल में शौचालय नहीं होने और गांव-पड़ोस की दूसरी महिलाओं द्वारा तंज कसे जाने से नाराज एक महिला अपने ससुर को थाने खींच लाई। आरोप है कि महिला ने ससुर से जबरन बॉन्ड पेपर पर ये बात लिखवाकर दस्तखत करा लिए कि वो जल्द ही अपने घर में शौचालय बनावाएंगे। यह वाकया बिहार की राजधानी पटना से करीब 120 किलोमीटर दूर मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर प्रखंड के छेगन नेउरा गांव की है। मुजफ्फरपुर महिला थाना प्रभारी ज्योति ने बताया कि महिला ने पिछले सोमवार (25 सितंबर) को थाने में ससुर और भैंसुर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें कहा गया है कि उसके लाख गुजारिश करने के बाद भी ये लोग कुछ नहीं सुन रहे हैं और घर में शौचालय नहीं बनवा रहे हैं।
महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि वो मायके से ससुराल तभी लौटकर वापस आएगी जब उसके पति तमिलनाडु से वापस गांव आएंगे। महिला का पति तमिलनाडु में काम करता है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को अगले दिन मंगलवार (26 सितंबर) को थाने बुलवाया। इसके बाद महिला के ससुर ने थाने में एक बॉन्ड पेपर पर दस्तखत किया कि वो जल्द ही अपने घर में शौचालय बनवाएगा।
महिला थाना प्रभारी ज्योति के मुताबिक दोनों पक्षों के बीच सुलह हो गई है। महिला ने अपनी शिकायत वापस ले ली है, जबकि उसके ससुर ने पैसे की कमी की वजह से एक हफ्ते में शौचालय बनवाने में असमर्थता जताई है और कहा है कि पैसों का इंतजाम कर वह बहुत जल्द शौचालय बनवाएगा।
आजादी के 70 सालों बाद अभी भी देश के कई इलाकों के कई गांवों में लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी समस्या को देखते हुए स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी लेकिन अभी भी स्थिति सुधरी नहीं है। पीएम ने भी सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत अपने संसदीय क्षेत्र में जयापुर गांव को गोद लिया था, लेकिन अभी वहां लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। दरअसल देश को खुले में शौच से मुक्त कराने की योजना के तहत इस गांव में भी 200 अतिरिक्त शौचालय बनवाए गए। बाद में गांव को आधिकारिक तौर पर खुले में शौच से मुक्त भी किया गया। मगर गांव में अभी भी लोग खुले में शौच जाने के लिए मजबूर हैं।