सीएम बनने पर बोले देवधर- ऐसा ही होगा कि बेटे के लिए लड़की देखने गए और बाप ने ही कर ली शादी

त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में बीजेपी की शानदार जीत के बाद सुनील देवधर का नाम काफी चर्चा में है। देवधर को ही बीजेपी की जीत का असली हीरो कहा जा रहा है। नतीजे सामने आने के बाद ही लोगों के मन में सबसे पहला सवाल यह आ रहा है कि अब बीजेपी राज्य का मुख्यमंत्री किसे बनाएगी। इसी के संबंध में जब देवधर से एबीपी न्यूज़ के एंकर अभिसार शर्मा ने सवाल किया तब उन्होंने काफी मजाकिया अंदाज में जवाब दिया। डिबेट के दौरान एंकर ने सवाल किया कि क्या वह मुख्यमंत्री पद के ख्वाहिशमंद हैं तब देवधर ने जवाब दिया, ‘दायित्व कोई पद नहीं होता है। दायित्व एक बोध होता है, व्यक्ति के अंदर एक एहसास होता है कि ये मेरा दायित्व है, ये मेरा काम है। पद की दृष्टी से हिंदी में जो दायित्व का प्रयोग करते हैं, मैं उस नजरिए से नहीं सोचता। मेरे मन में मुख्यमंत्री बनने का विचार नहीं आ सकता। ऐसा आएगा भी कैसे? ये तो ऐसा होगा कि बेटे के लिए दुल्हन देखने के लिए गए और बाप ने ही लड़की से शादी कर ली उस लड़की के साथ। ऐसा संभव नहीं है, कम से कम मैं तो ऐसा नहीं करने वाला।’ हालांकि उन्होंने सीएम पद के उम्मीदवार का नाम बताने से साफ इनकार कर दिया।

बता दें कि सुनील देवधर त्रिपुरा के बीजेपी प्रभारी हैं। वह पिछले चार सालों से त्रिपुरा में बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं। वह महाराष्ट्र के रहने वाले हैं, लेकिन पिछले चार सालों से त्रिपुरा में रह रहे हैं। उन्होंने स्थानीय भाषा भी सीखी। बीजेपी साल 2011 में देवधर को आरएसएस से लेकर आई थी। देवधर ने लेफ्ट के चुनाव हारने पर कहा कि मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी केवल पेपर वर्क करती थी। अगर कोई यहां 15 दिन रहता तो उसे यह समझ में आ जाता कि यह सब झूठ का पुलिंदा है। यहां 97 फीसदी की शिक्षा की बात की जाती है, लेकिन 8वीं पास करने वाले बच्चों की संख्या केवल 15 फीसदी है। त्रिपुरा में बीजेपी ने शानदार जीत हासिल की है। बीजेपी ने यहां अप्रत्याशित जीत दर्ज करते हुए 35 सीटों पर कब्जा किया है, वहीं गठबंधन सहयोगी पार्टी आईपीएफटी ने 8 सीटें जीती हैं।

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