सीएम रमन सिंह की बहू की डिलिवरी के लिए खाली करा दिया अस्पताल का एक फ्लोर, कांग्रेस ने साधा निशाना
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह सूबे में विपक्षी कांग्रेस पार्टी के निशाने पर आ गए हैं। कांग्रेस ने उनपर सरकारी हॉस्पिटल में दूसरे मरीजों को नजरअंदाज कर बेटे की पत्नी को वीआईपी ट्रीटमेंट दिलवाने का आरोप लगाया है। दरअसल राजधानी रायपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल डॉ भीमराव अंबेडकर मेमोरियल में बेटे अभिषेक की पत्नी ऐश्वर्या को मैटरनिटी वॉर्ड में भर्ती कराया गया था। तब हॉस्पिटल के एक फ्लोर को खाली करा दिया गया था। ये वही हॉस्पिटल है जहां इस साल अगस्त में चार शिशुओं की मौत हो गई थी।
घटना का कारण ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी का शराब पीना और करीब तीस मिनट तक ऑक्सीजन की सप्लाई रोकना बताया गया। वहीं भाजपा ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए इसे हॉस्पिटल के लिए सम्मान की बात बताया है। ऐसा इसलिए हैं क्योंकि किसी महंगे निजी हॉस्पिटल की जगह मुख्यमंत्री ने सरकारी हॉस्पिटल को चुना।
गौरतलब है कि जस वक्त मुख्यमंत्री की बहू की डिलीवरी हुई उसी वक्त सामान्य और गरीब परिवार की गर्भवती महिलाओं को बिस्तर साझा करना पड़ा। यही नहीं अस्पताल के बीमार डॉक्टरों के कमरे को भी पुलिस कंट्रोल रूम में तब्दील कर दिया गया। अस्पताल की दूसरी मंजिल पर मुख्यमंत्री की बहू ऐश्वर्या की डिलीवरी हुई, लेकिन वहां सुरक्षा के इंतजाम इतने कड़े कर दिए गए कि आम आदमी के लिए मुश्किलें खड़ी हो गईं।
वहीं अस्पताल के अधीक्षक ने कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हमारे अस्पताल को चुना। हालांकि उन्होंने दिक्कतों का जिक्र करते कहा कि हॉस्पिटल में 700 बिस्तरों ही उपलब्ध हैं लेकिन यहां 1200 मरीज भर्ती हैं। जगह की कमी है। नया निर्माण हो रहा है लेकिन धीरे धीरे। उन्होंने कहा, ‘मैं स्वीकारता हूं कि प्रसूता वार्ड में दिक्कत हुई तो हमने 30 बेड की अलग से व्यवस्था की है ताकि उन्हें सिंगल बेड दे पाएं।’