सीबीआई के ईमेल पर नीरव मोदी का जवाब-मैं अपने काम में व्यस्त हूं, नहीं कर सकता सहयोग
पीएनबी को 12 हजार करोड़ से ज्यादा का चूना लगाने वाले हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने सीबीआई जांच में सहयोग से मना कर दिया है। सीबीआई ने नीरव को ईमेल भेजकर जांच में शामिल होने को कहा था। जिस पर नीरव ने स्पष्ट मना कर दिया। तर्क दिया कि वह विदेश में बिजनेस के काम में व्यस्त है। इसे गंभीरता से लेते हुए सीबीआई ने फिर से पत्र जारी कर अगले सप्ताह तक पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा है।
उधर, सीबीआई ने लोन धोखाधड़ी के इस मामले में पंजाब नेशनल बैंक में प्रबंधक लेवल के मुख्य ऑडिटर एमके शर्मा को गिरफ्तार किया है। बैंक के किसी स्टाफ की यह पहली गिरफ्तारी बताई जाती है। आरोप है कि उन्होंने सही तरीके से ब्रैडी हाउस शाखा की ऑडिट नहीं की, जहां से नीरव मोदी को लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग जारी हुई। जिसके चलते उसने कई बैंकों की विदेशी शाखाओं से करोड़ों का लोन लिया।
सीबीआई ने जब मेल से समन भेजा तो नीरव मोदी ने साफ कहा कि वह विदेश में अपने कारोबार को लेकर व्यस्त है, इस नाते जांच के लिए उपस्थित होने में असमर्थ है।
सीबीआई ने नीरव से कहा था कि वह 12,636 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच में शामिल हो। नीरव मोदी की इस बेरुखी के बाद सीबीआई ने दोबारा कड़ा पत्र नीरव मोदी को जारी करते हुए कहा कि बहानेबाजी से काम नहीं चलने वाला। किसी भी आरोपी को जांच में शामिल होने के लिए तलब करने पर पेश होना अनिवार्य है। सीबीआई ने नीरव मोदी से कहा कि वह जिस भी देश में है, वहां भारतीय दूतावास से संपर्क करे। उसके भारत आने की व्यवस्था की जाएगी। बता दें, कि इसके पहले नीरव मोदी ने अपने वकील के जरिए आशंका जताई थी कि उसके खिलाफ निष्पक्ष कार्रवाई नहीं होगी। लिहाजा जब तक निष्पक्ष सुनवाई का भरोसा नहीं दिया जाता, तब तक वह भारत आने का फैसला नहीं ले सकता।