सीरिया में बच्चों की मौत पर भड़के मोहम्मद कैफ, बोले- किसी को फर्क नहीं पड़ता क्योंकि..

सीरिया के पूर्वी घोटा क्षेत्र में विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके में पिछले सात दिन से जारी बम बारी में मरने वालों की संख्या रविवार (25 फरवरी, 2018) को बढ़कर 500 से अधिक हो गई है। बताया जाता है कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि संयुक्त राष्ट्र ने संघर्षविराम पर मतदान में फिर देरी कर दी। सीरियन ऑब्जेवेटी फोर ह्यूमन राइट्स के अनुसार मारे गए लोगों में 120 से अधिक बच्चे हैं। दमिश्क के बाहर इस क्षेत्र में पिछले रविवार को सरकार ने बमबारी शुरू की थी। ब्रिटेन के इस संस्थान ने बताया कि रविवार के हवाई हमले में कम से कम 29 नागरिकों की मौत हो गई। इनमें 17 की मौत डौमा शहर में हुई। सीरीया में इस तरह से बच्चों की मौत पर क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने दुख जताया है।

मोहम्मद कैफ ने खून से लथपथ सड़क की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा – ‘ये सीरिया में खून की नदी है। लेकिन ये बहुत से लोगों पर फर्क नहीं डालती क्योंकि ये लंदन या पेरिस नहीं है। बेकसूर मासूम बच्चों की मौत पर तहस-नसह सा महसूस कर रहा हूं। एक बच्चे का अकाउंट देखा जिसमें वह कह रहा था कि मौत का इंतजार बर्दाश्त नहीं होता क्योंकि भगवान के पास हमारे लिए खाना रखा है।’

मोहम्मद कैफ के इस ट्वीट पर लोग उनकी तारीफ करते हुए बच्चों की आत्मा की शांति के लिए दुआएं मांग रहे हैं। बहुत से यूजर्स ऐसे भी हैं जो मोहम्मद कैफ के इस ट्वीट को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोग लिख रहे हैं, ‘ऐसी ही खून कि नदियां बकरीद के मौके पर भारत में भी कई जगहों पर दिखती हैं। उस वक्त ऐसे लोगों को आंखों पर पट्टी बंध जाती है।’

बता दें कि सीरियन ऑब्जेवेटी फोर ह्यूमन राइट्स का कहना है कि सीरिया और रूसी सैन्यबल ये हमले कर रहे हैं। वैसे रूस ने पूर्वी घोटा में बमबारी में अपनी सीधी संलिप्तता से इनकार किया है। वह 2015 में सीरिया प्रशासन के समर्थन में सैन्य हस्तक्षेप करते हुए उतरा था। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद महीने भर के संघर्षविराम के लिए बीते शुक्रवार को मतदान करने वाली थी हालांकि ऐसा नहीं पो पाया।

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