सीलिंग पर हुई निगमों की बैठक में हंगामा
एक अरसे बाद दिल्ली फिर सीलिंग से परेशान है। इसी मुद्दे को लेकर शनिवार को हुई तीनों नगर निगमों की संयुक्त बैठक भी हंगामे की भेंट चढ़ कर किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई। निगम पर काबिज भाजपा ने हंगामे के बीच ही यह प्रस्ताव पास किया कि व्यापारियों को सीलिंग से राहत दिलाने के लिए वह अपने कानूनी सलाहकार के साथ सुप्रीम कोर्ट जाकर छह महीने की मोहलत मांगेगी। अदालत से यह भी अनुरोध किया जाएगा कि वह निगरानी समिति को छह महीने के लिए सीलिंग रोकने का निर्देश जारी करे। बैठक में तीनों निगमों की मेयर कमलजीत सहरावत, प्रीति अग्रवाल और नीमा भगत के साथ तीनों सदनों में सदन के नेता, विपक्ष के नेता और उपमेयरों सहित सभी आला अधिकारी मौजूद थे।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविक सेंटर में बैठक शुरू होने से पहले ही ‘आप’ और भाजपा के पार्षदों के बीच बहस होने लगी। तीनों में वरिष्ठ दक्षिणी निगम की मेयर कमलजीत सहरावत ने बैठक का संचालन करते हुए कहा कि जनता सीलिंग से परेशान है और इसी का हल निकालने के लिए यह बैठक बुलाई गई है। उन्होंने सदन की नेता शिखा राय को बैठक का एजंडा पेश करने को कहा। हंगामा तब शुरू हुआ जब राय ने सीलिंग से परेशान व्यापारियों से संबंधित एक प्रस्ताव पास कर कहा कि दिल्ली सरकार पिछले तीन साल से आंखें मूंदे बैठी है। इतना सुनते ही ‘आप’ के पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। भाजपा पार्षद भी पलटवार करते हुए जिंदाबाद-मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। आप के पार्षद हाथ में तख्तियां और गले में ताले लटकाकर मेयर के सामने वेल में आ गए। मेयर ने विपक्ष के नेता से हंगामा नहीं करने की अपील की। सत्ता पक्ष भाजपा और विपक्षी आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस ने भी बैठक को स्थगित करवाने में अहम भूमिका निभाई।
आप की महिला पार्षदों ने लगाया मारपीट का आरोप
उत्तरी निगम में विपक्ष के नेता राकेश कुमार ने भाजपा पार्षदों पर आप की महिला पार्षदों के साथ मारपीट का आरोप लगाया है। विपक्षी नेताओं ने कन्वर्जन शुल्क को पूरी तरफ माफ करने की मांग करते हुए दिल्ली में भाजपा के सभी सात सांसदों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश किया। राकेश कुमार ने पूर्वी दिल्ली की निगम पार्षद साजिदा चौधरी और रेखा त्यागी के साथ भाजपा की निगम पार्षदों द्वारा की गई मारपीट की निंदा करते हुए दोषी पार्षदों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि साजिदा चौधरी को कई भाजपा पार्षदों ने मिलकर पीटा और रेखा त्यागी का चश्मा खींच लिया। उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से इस मुद्दे पर विरोध जताए जाने पर भाजपा ने आप पार्षद पर शराब पीकर सदन में आने का झूठा आरोप लगाया।