सुब्रमण्यम स्वामी ने नक्सल आंदोलन से की BHU छात्राओं के विरोध प्रदर्शन की तुलना
हमेशा से अपने विवादित बयानों के चलते चर्चाओं में रहने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। हाल ही सुब्रमण्यम स्वामी ने बनारस हिंदु यूनिवर्सिटी की छात्राओं के प्रदर्शन को लेकर एक विवादित बयान दिया है। ANI एजेंसी के मुताबिक स्वामी ने बीएचयू छात्राओं द्वारा किए प्रदर्शन की तुलना नक्सलियों ने की है। स्वामी ने कहा कि चात्राओं की ओर से किया गया विरोध प्रदर्शन नक्सल आंदोलन की तरह लगता है। साथ ही स्वामी ने ये भी कहा कि वे बीएसयू के वाइस चांसलर का समर्थन करते हैं। स्वामी ने कहा, मैं इस मामले में वाइस चांसलर का समर्थन करता हूं क्योंकि छात्राओं का विरोध नक्सल आंदोलन की तरह से लग रहा है, जिसका मतलब है कि छात्राएं वीसी के ऑफिस में घुसना चाहते थे, जहां वो हिंसा फैला सकते थे। स्वामी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी समर्थन करते हुए कहा कि योगी ने इस इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट मंगवाई है, यह एक अच्छा कदम है।
स्वामी ने इसके आगे कहा, ‘यह अवास्तविक लग रहा है, क्योंकि वे कह रही हैं कि छेड़छाड़ हुई, लेकिन हमें उनकी पहचान पता ही नहीं और ये दूसरे स्टूडेंट्स को कैसे पता चला। और क्या लड़की ने तुरंत इसकी रिपोर्ट दी या नहीं? वहीं दूसरी ओर खबर आई है कि बानरस हिंदू विश्वविद्यालय की छात्राओं की छेड़छाड़ और मोरल पुलिसिंग के खिलाफ शुरू हुई जंग को उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर जिस तरह से विश्वविद्यालय प्रशासन ने खत्म करने की कोशिश की है, सोमवार को उसके खिलाफ बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
इस प्रदर्शन को ‘संयुक्त नागरिक प्रदर्शन’ नाम दिया गया है। दोपहर 1:00 बजे से शुरू होने वाले इस प्रदर्शन में आइसा, जेएनयू छात्र संघ, केवाईसी, एसएफआइ, पिंजरा तोड़, एआइपीडब्लूए, एआइडीडब्लूए, अखिल भारतीय दलित महिला अधिकार मंच, अनहद, जनवादी लेखक संघ, एआएमएसएस, सीएसडब्लू, मुसलिम वीमेंस फोरम, प्रगतिशील महिला संगठन, राष्ट्रीय दलित महिला आंदोलन व सहेली आदि संगठनों के साथ अभिनेता राहुल रॉय और सबा दिवान भी शामिल होंगे।