सुब्रमण्यम स्वामी ने बताया वह मुस्लिम विरोधी हैं या नहीं और उन्हें कैसे मुसलमान हैं पसंद
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राज्य सभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी अक्सर अपने ट्वीट और बयानों की वजह से विवादों से घिर जाते हैं। बुधवार (एक नवंबर) को स्वामी ने एक बार ऐसा ट्वीट किया है जिसे लेकर विवाद हो सकता है। स्वामी ने ट्वीट किया, “सवाल: क्या मैं मुस्लिम विरोधी हूँ? मैं उन मुसलमानों का समर्थक हूँ जो गर्व से स्वीकार करते हैं कि उनके पूर्वज हिंदू थे और वो स्वेच्छा से हिन्दू संस्कृति का पालन करते हैं।” ये कोई पहली बार नहीं है जब स्वामी ने मुसलमानों और इस्लाम को लेकर विवादित बयान दिया है। साल 2011 में अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने सुब्रमण्यम स्वामी को मुसलमानों और इस्लाम के खिलाफ लिखे लेख के बाद विश्वविद्लाय में पढ़ाने से रोक दिया था। स्वामी हार्वर्ड में र्थशास्त्र के दो पाठ्यक्रम में पढ़ाते थे।
अभी हाल ही में ताजमहल को लेकर हुए विवाद में स्वामी भी शामिल थे। स्वामी ने ताजमहल को चोरी की जमीन पर बनायी गयी इमारत बताया था। स्वामी ने कहा कि उनके पास इसके सबूत हैं। स्वामी अपने तेजाबी बयानों के लिए ही जाने जाते हैं। हालांकि बीते हफ्ते सुब्रमण्यम स्वामी को तब झटका लगा जब दिल्ली हाई कोर्ट ने उनकी एक याचिका खारिज कर दी। स्वामी कांग्रेस सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत की अदालत की निगरानी में एसआईटी से जांच कराने की मांग कर रहे थे। अदालत ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया।
मंगलवार (31 अक्टूबर) को स्वामी ने आधार को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बता दिया। स्वामी ने ट्वीट किया कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बाबत चिट्ठी लिख रहे हैं। स्वामी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन और अपनी ही पार्टी के नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली को निशाना बना चुके हैं। स्वामी ने जीएसटी को लागू किए जाने को लेकर अरुण जेटली को कई बार निशाने पर लिया था।