सुरेश भैयाजी जोशी- रोहिंग्या मुसलमान सुरक्षा के लिए खतरा, नहीं दी जा सकती भारत में शरण

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी ने कहा है कि म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में शरण नहीं दी जा सकती है। यह भारत की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। विजयादशमी के उपलक्ष्य में रविवार को रायपुर में एक कार्यक्रम में भैयाजी ने कहा, ‘‘म्यांमार में हिंदुओं की हत्या हुई है। रोहिंग्या मुसलमानों ने म्यांमार से अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया है। जब म्यांमार सरकार ने उनके खिलाफ कार्रवाई की तब वह भारतीय सीमाओं पर आए।’’ उन्होंने कहा कि रोहिंग्या मुसलमान जम्मू कश्मीर में शिविर बनाकर रहे हैं और अब वे जरूरी संसाधन की मांग कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि इस मामले में मानवीय दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। लेकिन क्या हमारे देश के लोगों की सुरक्षा की कीमत पर हमें ऐसा करना चाहिए?

उन्होंने कहा कि कोई भी देश वैध समय सीमा समाप्त होने के बाद विदेशियों को रहने की अनुमति नहीं देता है। लेकिन इन प्रवासियों को लगता है कि भारत एक ऐसा देश है जहां किसी को कोई परवाह नहीं है और कोई सवाल नहीं करता है। संघ सरकार्यवाह ने कहा कि यह अच्छा है कि उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार से अवैध प्रवासियों की पहचान करने और उन्हें हटाने के लिए कहा है। हम ऐसे लोगों को पनाह नहीं दे सकते हैं जिससे हमारी सुरक्षा को खतरा हो। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि रोहिंग्या को शरणार्थी की तरह माना जाए, न कि अवैध प्रवासियों की तरह। ऐसे शक्तियों की पहचान करने की जरूरत है जो ऐसे तत्वों की वकालत कर रहे हैं।

उन्होंने न्यायालय में दिए केंद्र सरकार के हलफनामें की तारीफ की जिसमें कहा गया है कि रोहिंग्या मुसलमान अवैध प्रवासी हैं तथा उनके भारत में रहने से सुरक्षा को खतरा हो सकता है। केंद्र सरकार ने यह भी कहा है कि जानकारी मिली है कि कुछ रोहिंग्या का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन आईएस से संबंध है। भैयाजी ने कहा कि गाय के संरक्षण और इससे जुड़े विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस मामले को तूल देने के लिए इसे धर्म के साथ जोड़ा जा रहा है। मुस्लिम भाइयों को समझना चाहिए कि गाय के संरक्षण का मुद्दा किसी समुदाय के खिलाफ नहीं है। यह अच्छा संकेत है कि मुस्लिम समुदाय के लोग भी गौ संरक्षण में सहयोग दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि गौ सुरक्षा के नाम पर किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। उन्होंने उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रर्वाइ की मांग की जो गौ संरक्षण के नाम पर अपराध करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन को भी सुनिश्चित करना चाहिए कि जो वाकई गौ रक्षक हैं उन्हें परेशान नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने लोगों से चीन निर्मित उत्पादों का भी बहिष्कार करने और स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करने के लिए कहा। उन्होंने कहा, ‘‘मै आपसे अपील करता हूं कि इस दिवाली में चीन निर्मित उत्पादों का बहिष्कार करें।’’ उन्होंने कहा कि देश में अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए ऐसे कदम उठाने चाहिए जो लघु उद्यागों को बढ़वा दें और आम आदमी को राहत प्रदान करें। साथ ही देश की प्रगति के लिए राजस्व भी प्राप्त करे।

उन्होंने देश में जैविक खेती की वकालत करते हुए कहा कि ज्यादा मात्रा में रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल से मिट्टी की उपजाऊ क्षमता नष्ट हो रही है। हमें जैविक खेती को बढ़ावा देना चाहिए। यह पर्यावरण के लिए बेहतर है और साथ ही इससे उत्पादन क्षमता भी बढ़ेगी। जोशी ने देश में किसानों की समस्या को लेकर कहा कि केवल ऋण माफी से किसानों की आत्महत्या जैसी समस्या समाप्त नहीं होगी। किसानों को समृद्ध करने के लिए उनके उत्पादों का बेहतर बाजार सुनिश्चित करना होगा, जिससे वह आत्मनिर्भर बन सकें। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे।

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