सृजन घोटाला: 17 आरोपियों की पटना की सीबीआई अदालत में हुई पेशी
सैकड़ों करोड़ रुपए के सृजन फर्जीवाड़े के जेल में बंद 17 आरोपियों को सीबीआई की अदालत में एसीजेएम कुमारी विजया के सामने पटना में मंगलवार को करीब 2 बजे कड़े पहरे में पेश किया गया। अदालत में इनकी पेशी के बाद वापस भागलपुर जेल भेजने का आदेश दिया। सीबीआई की जांच टीम की अर्जी पर इनको 3 अक्तूबर को हाजिर करने का आदेश विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट गायत्री कुमारी ने बीते दिनों दिया था। सूत्रों के मुताबिक, अब इनसे गहन पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने की अर्जी दाखिल करने की तैयारी जांच एजंसी कर रही है। पेशी के मद्देनजर कड़े सुरक्षा इंतजाम में इन्हें भागलपुर की जेल से पटना सोमवार की रात ले जाया गया।
सीबीआई कोर्ट के पेशी वारंट जारी करने के बाद भागलपुर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट त्रिभुवन यादव ने इन आरोपियों को पटना ले जाने की इजाजत दी। इसके बाद जेल अधिकारियों ने एसएसपी मनोज कुमार से पुलिस बल मुहैया कराने के मद्देनजर पत्र भेज अनुरोध किया था। एसएसपी ने चार पुलिस अधिकारियों के साथ बिहार सशस्त्र पुलिस, सेप के सशस्त्र जवान जिला व महिला पुलिस बल के तीन दर्जन जवानों को इनकी हिफाजत के लिए तैनात कराया।
जिन 17 लोगों को सीबीआई की अदालत में पेश किया गया है, वे हैं- कल्याण अधिकारी अरुण कुमार सिंह, सुपौल के सहकारिता अधिकारी पंकज झा, नाजिर राकेश यादव, राकेश कुमार झा, डीएम के सहायक प्रेम कुमार, दी सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक के रिटायर प्रबंधक हरिशंकर उपाध्याय, सुधांशु कुमार दास, अशोक कुमार अशोक, विजय कुमार गुप्ता, सुनीता चौधरी, बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंधक अतुल रमन, रिटायर चीफ मैनेजर अरुण कुमार सिंह, इंडियन बैंक के कर्मचारी अजय कुमार पांडे, सृजन की सरिता झा, सतीश कुमार झा, ड्राईवर विनोद मंडल और प्रिंटिंग प्रेस के मालिक बंशीधर झा।
कल्याण महकमा के नाजिर महेश मंडल की गिरफ्तारी के पांच दिनों बाद ही जेल अभिरक्षा में मौत हो गई थी। एक आरोपी बैंक ऑफ बड़ौदा के रिटायर मुख्य प्रबंधक अरुण कुमार सिंह पटना के अस्पताल में पहले से ही इलाज के लिए भर्ती हैं। उन्हें वहीं से सीधे एम्बुलेंस के जरिए अदालत में पेश किया गया। सूत्रों के मुताबिक, इधर सृजन की सचिव प्रिया कुमार व मनोरमा देवी की पुत्रवधू और इनके पति अमित कुमार का कोई पता नहीं चल सका है। इनके भागलपुर स्थित आवास का ताला टूटने की खबरें मिल रही हैं और तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। मकान की सुरक्षा के लिए होमगार्ड के जवान थाना स्तर से तैनात किया गए हैं।