सेक्सोम्निया: एक घातक बीमारी जब नींद में बनाने लगते हैं शारीरिक संबंध, जानें इससे जुड़ महत्वपूर्ण तथ्य
सोते हुए शारीरिक संबंध बनाने के बारे में आपने कभी नहीं सुना होगा लेकिन बहुत से लोगों के साथ ऐसा होता है। यह कोई मिथक नहीं है। जिस तरह से बहुत से लोगों में सोते हुए चलने, बोलने और खाने की बीमारी होती है, ठीक उसी तरह बहुत से लोगों को सोते हुए शारीरिक संबंध बनाने की बीमारी होती है। इस बीमारी को सेक्सोम्निया या फिर स्लीप सेक्स कहा जाता है। इस बीमारी का अलग-अलग लोगों पर अलग-अलग असर होता है। कई रोगी इस अंधेरे में किसी को छूने की कोशिश करते हैं तो कुछ इस रोग से पीड़ित होने पर मास्टरबेशन या फिर साथी के साथ सेक्स करने लगते हैं। सेक्सोम्निया एक घातक बीमारी है जिसका समय रहते अगर इलाज न किया जाए तो यह खतरनाक भी हो सकती है।
स्लीप सेक्स बीमारी होने की संभावना उन लोगों में होने की ज्यादा होती है जो पहले से ही नींद में चलने, डरने, बात करने तथा खाने की बीमारी से ग्रस्त होते हैं। इसके अलावा जो किसी तरह की मानसिक बीमारी से जूझ रहे हैं उनमें भी इस रोग की आशंका बहुत ज्यादा होती है। ज्यादा शराब पीना, ज्यादा तनाव लेना आदि भी इसके कारणों में गिने जाते हैं। इसकी वजह से रोगी में गुस्सा, कन्फ्यूजन, डर, ग्लानि, घृणा और शर्म जैसे नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं। यह लोगों की रिलेशनशिप पर भी बुरा असर डालता है।
कैसे पाएं निजात – इससे निजात पाने के लिए आप ये तरीके अपना सकते हैं –
1. सबसे पहले आप अपने पार्टनर से इस बारे में बात जरूर कीजिए। ऐसा इसलिए क्योंकि बातचीत से ही इसके इलाज की शुरुआत होती है।
2. इस बीमारी के कारकों से दूरी बनाए रखिए। नशे से परहेज करिए। पर्याप्त नींद लीजिए।
3. स्लीप सेक्स एक बीमारी है, कोई अपराध नहीं। इससे अनजान बनने या फिर डरने की कोई जरूरत नहीं है। इसकी वजह से आप अपने पार्टनर से अलग किसी अन्य बेड पर सो सकते हैं। इससे आपकी रिलेशनशिप बची रहेगी।
4. जितनी जल्दी हो सके सेक्सोलॉजिस्ट से मिलिए और आवश्यक परामर्श लीजिए।