सेना में गोलाबारूद की कमी पर निर्मला सीतारमन ने कहा- CAG रिपोर्ट तथ्य से परे
भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने नियंत्रण एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि भारत के पास लड़ाई के लिए केवल 20 दिन का गोलाबारूद है। भारत की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री सीतारमन ने कहा कि ये “तथ्यात्मक” रूप से गलत है। निर्मला सीतारमन ने कहा कि भारतीय फौज के पास गोलाबारूद की कोई कमी नहीं। सीतारमन ने कहा कि तथ्य गलत हैं और इस पर बहस करना गैर-जरूरी है। सीतारमन ने कहा, “मंत्रालय का कामकाज संभालने के बाद मैंने वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों से इस पर चर्चा की। हथियार खरीद एक सतत प्रक्रिया है।”
संसद में हाल ही में पेश की गई कैग रिपोर्ट में कहा गया थी भारतीय सेनाओं के पास केवल 20 दिन का गोलाबारूद है, जबकि उनके पास न्यूनतम 40 दिन तक के युद्ध के लिए गोलाबारूद होना चाहिए। कैग रिपोर्ट में सरकार की ऑर्डनैंस फैक्ट्री बोर्ड (ओएफबी) की आलोचना की गई है। कैग रिपोर्ट के अनुसार साल 2013 से ओएफबी जरूरत से कम हथियार और गोलाबारूद की आपूर्ति कर रहा है। निर्मला सीतारमन से पहले रक्षा मंत्रालय का कार्यभार संभाल रहे अरुण जेटली ने संसद में कहा था कि गोलाबारूद की कमी की बात एक खास समय की है।
निर्मला सीतारमन को नरेंद्र मोदी कैबिनेट के तीसरे फेरबदल में देश का रक्षा मंत्री बनाया गया। इससे पहले वो केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री थीं। सीतारमन देश की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री हैं। उनसे पहले इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री रहने के साथ ही रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त कार्यभाल संभा चुकी थीं।