सोनिया के सम्मान में आज बंद कमरे में डिनर पार्टी करेंगे राहुल गांधी, जानें किन्हें मिला है न्योता
कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार संभालते ही राहुल गांधी ने टीम बनाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। उन्होंने रविवार शाम को कांग्रेस के सभी सांसदों, पदाधिकारियों, प्रदेश कांग्रेस कमिटी के नेताओं और कांग्रेस विधायक दल के नेताओं को रात के खाने का न्योता दिया है। बताया जा रहा है कि पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के सम्मान में दिल्ली के अशोका होटल में डिनर का आयोजन किया जाएगा। फिलहाल राहुल की पार्टी के राज्य सभा और लोक सभा में 100 से ज्यादा सांसद हैं। आने वाले कुछ वर्षों में लोकसभा और राज्यों के चुनाव होने हैं। एेसे में पार्टी की रणनीति क्या होनी चाहिए, यह राहुल सांसदों और विधायकों से पूछ सकते हैं। बताया जा रहा है कि डिनर टेबल से ही राहुल की टीम बनाने की शुरुआत हो जाएगी। राहुल यही चाहेंगे कि 2019 के चुनावों में कांग्रेस शानदार प्रदर्शन कर सत्ता में वापसी करे।
शुक्रवार को राहुल ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भाजपा पर करारा हमला बोला था। उन्होंने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री मोदी देश को मध्यकाल में ले जा रहे हैं और उनके कार्यकाल में आग व नफरत की सियासत तेज हो गई है। उन्होंने पार्टी के क्लेवर में बदलाव के संकेत देते हुए कहा कि पार्टी को हिंदुस्तान की ग्रैंड ओल्ड एंड यंग पार्टी बनाने जा रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि राहुल की नई टीम में युवाओं को पूरी तरजीह मिलेगी। राहुल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा था कि आज भाजपा के लोग पूरे देश में आग और हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि इसे रोकने के लिए देश में एक ही शक्ति है – कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस भारत को 21वीं शताब्दी में ले गई जबकि प्रधानमंत्री हमें पीछे ले जा रहे हैं, मध्यकाल में ले जा रहे हैं। जहां लोगों को अलग खानपान, अलग मत रखने के लिए मार दिया जाता था। वहीं पर्दे के पीछे रहकर अपने भाई राहुल गांधी की सियासी राह के कील-कांटे चुनती आईं प्रियंका गांधी ने साफ कर दिया है कि वे अपनी मां सोनिया गांधी की जगह रायबरेली से लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने कि उनकी मां ही फिर से रायबरेली के चुनाव मैदान में उतरेंगी। समझा जा रहा है कि ऐसा कहकर प्रियंका ने राहुल के कार्यकाल में सत्ता के दो केंद्र बनने के कयासों को सिरे से समाप्त कर दिया है।