सोनिया बोलीं, राहुल अब मेरे भी बॉस
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष राहुल गांधी अब उनके भी बॉस हैं। इसमें किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए। उन्होंने अगले आम चुनाव में भाजपा के खिलाफ साझा मोर्चा खड़ा करने के संकेत देते हुए कहा कि भाजपा की हार सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस समान विचार वाले दलों के साथ मिलकर काम करने को तैयार है। उन्होंने केंद्र सरकार पर राजनीतिक लाभ के लिए अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की साजिश करने का आरोप भी लगाया।
सोनिया ने गुरुवार को कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी सांसदों से कहा कि वे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में उत्साह, प्रतिबद्धता और वफादारी के साथ काम करें। उन्होंने कहा कि हमने नए कांग्रेस अध्यक्ष का निर्वाचन किया है और मैं आपकी तरफ से और अपनी तरफ से उन्हें शुभकामनाएं देती हूं। अब वे मेरे भी बॉस हैं, इस बारे में कोई संदेह नहीं रहना चाहिए। उन्होंने भरोसा जताया कि सांसदों ने जिस उत्साह, प्रतिबद्धता और वफादारी के साथ उनके साथ काम किया, उसी प्रकार वे राहुल के साथ भी काम करेंगे। 19 वर्षों तक कांग्रेस अध्यक्ष रहीं सोनिया ने कहा कि मैं आश्वस्त हूं कि हम पार्टी के पुनरोद्धार और बेहतर भविष्य के लिए उनके नेतृत्व में मिलकर काम करेंगे।
सोनिया ने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपानीत राजग सरकार अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की साजिश कर रही है ताकि राजनीतिक लाभ के लिए समाज का ध्रुवीकरण किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह कर्नाटक में दिखाई देगा जहां कुछ माह में चुनाव होने वाला है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राजग सरकार सच्चाई का सामना नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि बुधवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से यह बात स्पष्ट हो जाती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस समान विचारों वाली राजनीतिक पार्टियों के साथ विचार-विमर्श कर अगले आम चुनाव में भाजपा की हार सुनिश्चित करेगी ताकि भारत लोकतांत्रिक, सर्व-समावेशी, धर्मनिरपेक्षता, सहनशीलता ओर आर्थिक विकास के पथ पर चल सके। उन्होंने कहा कि एक ओर देश के अल्पसंख्यकों पर बर्बरतापूर्ण हमले हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर दलितों और महिलाओं का उत्पीड़न हो रहा है।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कई मामलों में यह हिंसा, विशेषकर अल्पसंख्यकों और दलितों के खिलाफ, अनायास या छिटपुट नहीं बल्कि सुनियोजित है ताकि समाज का ध्रुवीकरण कर संकीर्ण राजनीतिक लाभ लिया जा सके। उन्होंने कहा कि यह उत्तर प्रदेश और गुजरात में देखा गया और कोई संदेह नहीं है कि यह कर्नाटक में भी देखा जाए। उन्होंने कहा कि इस तरह का ध्रुवीकरण लोकतंत्र के लिए अपराध है किंतु सरकार इसे अन्य तरीके से देख रही है। उन्होंने गुजरात के विधानसभा चुनाव और राजस्थान में हुए उपचुनावों में पार्टी के शानदार प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि ये नतीजे बताते हैं कि हवा बदल रही है। उन्होंने कहा कि मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि कर्नाटक में भी कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहेगा।