स्मृति ईरानी ने संस्कृत में ली शपथ, छुए वेंकैया के पैर, पहली बार राज्य सभा पहुंचे अमित शाह
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार (25 अगस्त 2017) को राज्यसभा के सदस्य के पद के लिए शपथ ग्रहण की है। ऊपरी सदन में अब अमित शाह और स्मृति ईरानी गुजरात राज्सयभा के चुनाव से जीत कर आए हैं। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने बीजेपी के दोनों नेताओं को गोपनीयता कि शपथ दिलवाई। संस्कृत में शपथ ग्रहण करने के बाद ईरानी ने नायडू के पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया। अमित शाह के लिए संसद का पहला कार्यकाल है, वहीं स्मृति ईरानी ने दूसरी बार संसद के कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण की है।
बीजेपी के सदस्यों की संख्या संसद में कम थी। शाह के राज्य सभा में आने से पार्टी को थोड़ी राहत मिल सकती है। इसी महीने 8 अगस्त को गुजरात राज्यसभा की तीन सीटों पर चुनाव हुआ था, जिसमें से दो सीटों पर बीजेपी कि जीत हुई। जिसमें से एक पर अमित शाह ने और दूसरी पर स्मृति ईरानी ने जीत दर्ज की है। गुजरात के राज्यसभा के चुनाव में हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला जब चुनाव आयोग ने कांग्रेस के दो विधयाकों के वोट रद्द कर दिया। इसकी वजह से तीसरी सीट पर कांग्रेस के अहमद पटेल की जीत हुई थी। हालांकि चुनाव में पराजित रहे बीजेपी नेता बलवंत सिंह राजपूत ने चुनाव आयोग के फैसले को गुजरात हाई कोर्ट में चुनौती दी है। इस मामले में कोर्ट ने अमित शाह, स्मृति ईरानी, अहमद पटेल और चुनाव आयोग को नोटिस कर 21 सितंबर तक जवाब देने के लिए कहा है।
इस चुनाव में कुल 176 वोट पड़े थे और दो वोट रद्द करने के बाद 174 वोटों की गिनती हुई थी। अमित शाह और स्मृति ईरानी दोनों को 46 वोट मिले थे। अहमद पटेल ने 44 वोटों के साथ जीत हासिल की थी। वहीं बीजेपी नेता बलवंत सिंह राजपूत को कुल 38 वोट मिले थे। बलवंत सिंह ने चुनाव आयोग के फैसले पर हाईकोर्ट में चुनौती इसलिए दी है कि उन्होंने दो विधायकों के वोट रद्द कर दिए थे।