स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 177 जवानों को वीरता पदक का एलान, सीआरपीएफ को मिले सबसे ज्यादा पदक

सरकार ने 72 वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मंगलवार को राज्य पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के कुल 972 कर्मियों को सेवा पदक देने की घोषणा की। सेवा के दौरान शहादत देने वाले कश्मीर के सीआरपीएफ के दो जवानों को देश का शीर्ष पुलिस वीरता पुरस्कार, राष्ट्रपति पुलिस वीरता पदक (पीपीएमजी) दिया गया। कांस्टेबल शरीफुद्दीन गनई और हेड कांस्टेबल मोहम्मद तफैल को मरणोपरांत पीपीएमजी दिया गया जबकि सीआरपीएफ के 89 अन्य कर्मियों को आतंकवाद प्रभावित जम्मू-कश्मीर में और विभिन्न राज्यों में नक्सल रोधी अभियानों में अदम्य साहस का परिचय देने के लिए पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किया गया।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को इस साल मिले पदक अब तक के सर्वाधिक हैं। सीआरपीएफ के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस को सबसे ज्यादा 37 पुलिस वीरता पदक मिले। इसके बाद ओडिशा पुलिस को 11, सीमा सुरक्षा बल को 10, महाराष्ट्र पुलिस को आठ, छत्तीसगढ़ पुलिस को छह पुलिस वीरता पदक मिले।
एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया कि इस बार कुल 177 पुलिस वीरता पदक दिए गए हैं।

अधिकारी ने कहा, ‘‘कश्मीर घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियान तेज होने के साथ बल को सबसे ज्यादा वीरता पदक मिले। सीआरपीएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस और उसका विशेष अभियान समूह (एसओजी) एवं सेना संयुक्त रूप से ये अभियान चलाती है।’’ वहीं केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के 29 अधिकारियों को राष्ट्रपति पुलिस पदक दिए गए। विशिष्ट सेवा पदक पाने वाले सीआईएसएफ र्किमयों में उप महानिरीक्षक (डीआईजी) जे एस नेगी और निरीक्षक एस मुथुसामी शामिल हैं।

उत्कृष्ट सेवा पदक पाने वालों में डीआईजी प्रतिभा अग्रवाल, वरिष्ठ कमांडेंट अपराजिता महापात्र, शिशिर गुप्ता, गंगा शंकर और सहायक कमांडेंट के एस मलिक सहित अन्य शामिल हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गयी विज्ञप्ति के अनुसार इस बार पुलिसर्किमयों को कुल 675 उत्कृष्ट सेवा पदक और 88 विशिष्ट सेवा पदक दिए गए हैं।

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