हरियाणा: अपनी तारीफ वाले विज्ञापनों पर बीजेपी सरकार ने दो हफ्ते में फूंक दिए 17 करोड़ रुपए
हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने दो हफ्तों के भीतर तकरीबन 17 करोड़ रुपए फूंक दिए। ये रकम सरकार ने अपनी तारीफ करने वाले विज्ञापनों पर खर्च की थी, जिनमें राज्य सरकार ने अपनी एक साल की उपलब्धियों को गिनाया था। यह जानकारी सूचना के अधिकार (आरटीआई) के जरिए अब सामने आई है।
पानीपत के आरटीआई कार्यकर्ता पी.पी.कपूर को मिले जवाब के मुताबिक, हरियाणा सरकार ने यह रकम 21 अक्टूबर से पांच नवंबर 2015 के बीच खर्च की थी। सरकार ने न केवल अपनी उपलब्धियों को गिनाने वाले विज्ञापनों पर पैसे खर्चे, बल्कि मुख्यमंत्री और उनकी कैबिनेट से जुड़ी बैठकों और जनसभाओं के विज्ञापनों पर भी पानी की तरह इस रकम का काफी हिस्सा बहाया था
10 करोड़ रुपए तो सिर्फ अखबारों में जारी किए विज्ञापनों पर खर्च कर दिए गए थे, जबकि कुल 4.29 करोड़ रुपए रेडियो चैनलों, टेलीविजन और वेबसाइटों पर आने वाले विज्ञापन पर खर्च हुए थे। खट्टर सरकार ने टीवी विज्ञापनों पर जो रकम उड़ाई, उसमें 1.39 करोड़ रुपए राष्ट्रीय चैनलों पर प्रसारित विज्ञापनों पर थी। वहीं, क्षेत्रीय चैनलों पर 1.19 करोड़ रुपए के विज्ञापन दिखाए गए थे।
मैग्जीन में दिए गए विज्ञापनों पर 25 लाख रुपए के आसपास का खर्च किया गया था, जबकि सरकार की उपलब्धियों को लेकर कुल 28 वीडियो फिल्में बनाई गई थीं। खट्टर सरकार ने इन पर तकरीबन 1.47 करोड़ रुपए बहा दिए थे। 17 करोड़ में से करीब छह करोड़ रुपए सीएम और कबीना मंत्रियों की बैठकों और सभाओं की जानकारियों से जुड़े विज्ञापन पर खर्च किए गए थे
कपूर ने इस बारे में बताया, “राज्य सरकार ने अपनी उपलब्धियां दर्शाने वाले विज्ञापनों पर बड़ी रकम खर्च की है। यह पूरी तरह से पैसों की बर्बादी है। कुछ मैग्जीनों में तो ऐसे विज्ञापन दिए गए, जो कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े थे।”
आरटीआई कार्यकर्ता ने इसके अलावा सरकार से उस साल में राज्य के युवाओं को मुहैया कराए गए रोजगार के बारे में जानकारी मांगी थी। बकौल कपूर, “बीजेपी सरकार ने राज्य में अपना एक साल पूरा होने पर दी गई नौकरियों के बारे में कुछ नहीं बताया। यह दर्शाता है कि सरकार ने उस दौरान कोई भर्ती नहीं की।”