हादसों पर लगाम नहीं: एक ही जगह पर 24 घंटे में दो बार पटरी से उतरी ट्रेन

उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में इतने ट्रेन हादसे हुए हैं जितने अब से पहले शायद ही कभी हुई इतने कम समय में हुए होंगे। राज्य में पिछले 24 घंटे में दो ट्रेन पटरी से उतरीं लेकिन गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। आज यानि 19 सिंतबर को सितापुर के करीब सामान धोने वाली ट्रेन पटरी से उतर गई। एएनआई के अनुसार इससे एक दिन पहले इसी जगह पर बुरहवाल-बालामौ यात्री ट्रेन का इंजन पटरी से उतर गया था।फिलहाल दोनों ट्रेन एक ही जगह कैसे पटरी से उतरीं इसकी जांच की जा रही है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के सत्ता संभालने के बाद से एक के बाद एक हादसे हो रहे हैं।

पिछले कुछ समय से देश में हो रहे ट्रेन हादसों को गंभीरता से लेते हुए नवनियुक्त रेल मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में रेल अधिकारियों के साथ बैठक की थी। पीयूष गोयल का इस बैठक के दौरान रेल हादसों को लेकर गुस्सा फूट गया था और उन्होंने अधिकारियों के साथ बहुत ही असभय भाषा का इस्तेमाल कर दिया था। इस बैठक के दौरान पीयूष गोयल ने पुराने डिज़ाइन के सभी कोच हटाकर एलएचबी कोच लगाने और सभी पटरियों की मरम्मत करने को लेकर कई निर्देश अधिकारियों को दिए थे।

रेल बोर्ड के अध्यक्ष सहित तमाम आला अधिकारियों की मौजूदगी में पीयूष गोयल ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि अब कोई भी हादसा होता है तो उसके लिए सीधे अधिकारियों को जिम्मेदार माना जाएगा। गोयल ने कहा था कि सभी हादसों की तह तक जाया जाए और इसके मूल कारणों का पता लगाया जाए। मंत्री ने कहा कि नई रेल पटरियां बिछाने के बजाय पुरानी व टूटी-फूटी पटरियों की मरम्मत को प्राथमिकता दी जाए। साथ ही तय किया गया कि सभी आइसीएफ कोच (पुराने डिजाइन वाले कोच) को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाए और उनकी जगह नए एलएचबी कोच लगाए जाएं। गौरतलब है कि पुराने डिजाइन के कोच दुर्घटना होने पर एक-दूसरे के ऊपर चढ़ जाते हैं, जिससे जान-माल का ज्यादा नुकसान होता है, जबकि आधुनिक कोच अपेक्षाकृत रूप से सुरक्षित होते हैं।

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