हिमाचल: कांग्रेस ने छोड़ी एक परिवार, एक टिकट की नीति, सीएम के बेटे और मंत्री की बेटी को टिकट
कांग्रेस ने रविवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की दूसरी और तीसरी (अंतिम) सूची जारी की। नौ नवम्बर को होने वाले इन चुनावों के लिए जारी सूची में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह का भी नाम शामिल है। उन्हें शिमला ग्रामीण से टिकट मिला है जहां से इस समय वीरभद्र विधायक हैं। कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी होने के कुछ ही घंटे बाद पार्टी ने तीसरी एवं अंतिम सूची जारी की। इसमें सिर्फ वीरभद्र के बेटे विक्रमादित्य सिंह और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह की बेटी चंपा ठाकुर का नाम था। चंपा मंडी से चुनाव लड़ेंगी।
इससे पहले दूसरी सूची में आठ उम्मीदवारों का नाम घोषित किया गया। इसमें अन्नी सुरक्षित सीट के लिए बंसीलाल की जगह पारस राम का नाम शामिल किया गया। सूची के मुताबिक, केवल सिंह पठानिया (शाहपुर), आशीष बुटैल (पालमपुर), हरिचंद शर्मा (मनाली), सुरेंद्र सिंह ठाकुर (कुल्लू), विवेक शर्मा (कुटलेहर), लखविंदर राणा (नालगढ़) और दीपक राठौर (थ्योग) प्रत्याशी होंगे। कांग्रेस के 59 उम्मीदवारों की पहली सूची 18 अक्टूबर को जारी की गई थी।
हिमाचल विधानसभा में कुल 68 सीट हैं। नामांकन की अंतिम तिथि 23 अक्टूबर है। चंपा ने शनिवार को मंडी सीट पर आजाद उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा था। इस मौके पर उन्होंने कहा था कि राज्य इकाई ने इस सीट के लिए केवल उनका नाम भेजा है, इसलिए उन्हें पूरा यकीन है कि उन्हें टिकट मिलेगा। वह अभी आजाद उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भर रही हैं। टिकट के औपचारिक ऐलान के बाद चंपा बतौर कांग्रेस उम्मीदवार नामांकन करेंगी।
मंडी से भाजपा ने अनिल शर्मा को टिकट दिया है जिन्होंने हाल में वीरभद्र सिंह की सरकार में मंत्री पद और कांग्रेस से इस्तीफा दिया है। चंपा के पिता स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह मंडी जिले की दारांग सीट से प्रत्याशी हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि पार्टी प्रत्याशियों के रिश्तेदारों को टिकट नहीं देना चाहती थी क्योंकि यह पार्टी के एक परिवार एक टिकट फार्मूले के खिलाफ है।