हैदराबाद में रोहिंग्या गिरफ्तार, बेटा बताकर स्थानीय मुस्लिम ने बनवाया था आधार कार्ड
हैदराबाद पुलिस ने 19 वर्षीय एक रोहिंग्या युवक को अवैध रूप से देश में रहने और आधार कार्ड हासिल करने के मामले में आज (15 अक्टूबर) गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि रोहिंग्या शख्स के भारतीय नियोक्ता ने खुद को संबंधित युवक का पिता बताते हुए आधार कार्ड हासिल करने में उसकी मदद की थी। नियोक्ता को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि रोहिंग्या व्यक्ति मोहम्मद अजुमुद्दीन उर्फ मौला अजमुद्दीन और पश्चिम बंगाल का रहनेवाला उसका नियोक्ता रियाजुद्दीन मौला (36) को बालापुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि दोनों व्यक्ति कपड़ा कारोबार में शामिल हैं और हाल ही में कलकत्ता से यहां आए थे। अधिकारी ने बताया कि दोनों पर भारतीय दंड संहिता की संबंधित धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कही रोहिंग्या लोगों को भारत की नागरिकता से संबंधित दस्तावेज तैयार करवाने के लिए कोई रैकेट तो काम नहीं कर रहा है।
रचकोंडा पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारी ने कहा कि अजुमुद्दीन म्यांमार से तालुल्क रखता है और उसका परिवार बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में रहता है। एक साल पहले रियाजुद्दीन मौला कपड़े के बिजनेस के सिलसिले में बांग्लादेश में गया और अजुमुद्दीन से संपर्क में आया। पुलिस के मुताबिक रियाजुद्दीन ने उसे लालच देकर कोलकाता बुलवाया और उसे अवैध तरीके से अपने पास रख रहा था। इसके बाद उसने कोलकाता में ही कथित रूप से अजुमुद्दीन को आधार कार्ड बनवाने में मदद की। इसके लिए उसने अजुमुद्दीन को अपना बेटा बताया और उसे अपना नाम इस्तेमाल करने की इजाजत दी। पुलिस के मुताबिक रियाजुद्दीन ने फॉरनर्स एक्ट का उल्लंघन किया है। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद दोनों का आधार कार्ड सीज कर लिया है।
पिछले महीने भी रचकोंडा पुलिस ने 20 साल के एक रोहिंग्या युवक को गिरफ्तार किया था, इस शख्स ने भी खुद को भारतीय होने का दावा किया था और दुबई जाने के लिए पासपोर्ट अप्लाई किया था। पुलिस ने इस शख्स से पैन कार्ड जब्त किया था। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अगली सुनवाई तक भारत से रोहिंग्या मुसलमानों को देश से बाहर भेजे जाने पर रोक लगा दी है। केन्द्र सरकार की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में लगभग 40 हजार रोहिंग्या मुसलमान अवैध तरीके से रह रहे हैं।