1.51 करोड़ रुपये में बिका था यह कबड्डी प्लेयर, बताया- कैसे खर्च करेगा इतनी मोटी रकम
प्रो. कबड्डी लीग के सीजन 6 में हरियाणा स्टीलर्स ने मोनू गोयत को 1.51 करोेड़ रुपए में खरीदा है। इससे पहले खिलाड़ियों की नीलामी के वक्त वहां मौजूद सभी फ्रेंचइजियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा हुई। दबंग दिल्ली और यू मुंबा ने खिलाड़ियों को खरीदते वक्त ऊंची बोली लगाई। लेकिन हरियाणा स्टीलर्स ने नीलामी में सबसे ऊंची बोली लगाकर मोनू गोयत को खरीदा। इसी के साथ मोनू गोयत प्रो. कबड्डी लीग के इतिहास में सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं। हालांकि यहां तक का उनका सफर इतना आसान नहीं रहा है। मोनू गोयत के पिता एक छोटे किसान थे। लिहाजा अपने करियर की शुरुआत में उन्हें कई सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इकोनॉमिक टाइम्स से बातचीत करते हुए इस बेहतरीन कबड्डी खिलाड़ी ने बतलाया कि उस वक्त वो सिर्फ नौकरी हासिल करने के लिए खेला करते थे, क्योंकि ना तो उस वक्त कोई लीग था और ना ही ज्यादा पैसों की उम्मीद। परिवार के पास पैसों की बहुत किल्लत थी।
गोयत ने कहा कि प्रो. कबड्डी लीग में दो साल खेलने के बाद वो अपने नए घर में शिफ्ट हो सके। मोनू गोयत कबड्डी लीग के चौथे संस्करण में बंगाल वॉरियर्स के लिए खेल चुके हैं। लीग के पांचवें सीजन में पटना पाइरेट्स ने उन्हें 44.5 लाख रुपये में खरीदा था। गोयत ने बातचीत करते हुए यह खुलासा भी किया की नीलामी में मिली इतनी बड़ी राशि को वो कहां खर्चे करेंगे? गोयत ने कहा कि इन पैसों से वो अपने बड़े भाई की शादी करेंगे। उन्होंने कहा कि इनमें से कुछ पैसे मेरे बड़े भाई की शादी में खर्च होंगे।
नीलामी में करोड़पति बनने वाले खिलाड़ी: मौनू गोयत प्रो. कबड्डी लीग में नीलामी के दौरान करोड़पति बनने वाले छठे खिलाड़ी हैं। उनके नाम लीग का सबसे महंगा खिलाड़ी होने का रिकॉर्ड दर्ज हो चुका है। हालांकि इससे पहले राहुल चौधरी 1.29 करोड़ रुपये में बिक चुके हैं। तो दीपक हुड्डा और नितिन तोमर 1.15 करोड़ में बिक चुके हैं। इसके अलावा ऋषंक देवाडिगा 1.11 करोड़ रुपये तथा फजल अत्राचली 1 करोड़ रुपये में बिक चुके हैं।
आपको बता दें कि ‘कबड्डी मास्टर्स दुबई 2018’ में मोनू गोयत टीम इंडिया का हिस्सा भी होंगे। इस टूर्नामेंट में भारत ग्रुप ए में है जिसमें केन्या और पाकिस्तान भी शामिल हैं। इस प्रतियोगीता में भारत और पाकिस्तान के बीच दो बार भिड़ंत हो सकती है।