14 साल की मासूम लड़की 8 महीने तक होतो रही गैंगरेप का शिकार, झोले में भ्रूण लेकर पहुंची थाने
उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में शुक्रवार (18 मई) को पुलिस अधिकारी उस वक्त अवाक रह गए जब एक किशोरी बैग में 6 महीने का भ्रूण लेकर वहां पहुंची। 14 वर्षीय किशोरी अपनी मां को साथ लेकर पुलिस अधिकारी के समक्ष पहुंची और न्याय की गुहार लगाई। किशोरी ने बताया कि पिछले करीब आठ महीनों से 3 युवक उसका सामूहिक बलात्कार कर रहे थे। उसने बताया कि विरोध जताने पर आरोपी देसी हथियार दिखाकर जान से मारने की धमकी दे रहे थे। पीड़िता के मुताबिक आरोपियों ने उसकी मां को भी मारने की धमकी दी थी, जिसकी वजह से वह चुप रही। पीड़िता ने बताया कि आरोपियों को जब पता लगा उनकी दरिंदगी की वजह से वह गर्भवती हो गई तो उन्होंने जबरन एक गोली उसे खिला दी, जिसके असर से गर्भ में पल रहे 6 महीने के भ्रूण की हत्या हो गई।
टीओआई की खबर के मुताबिक पीड़िता की मां ने एसएसपी को बताया कि वह एक किराए के घर में रहती है और घरों में काम करके जीवन यापन करने की वजह से खुद के घर में कम समय दे पाती है। बीते मंगलवार को उसकी बेटी ने पेट दर्द की शिकायत की तो उसे डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर ने बताया कि बेटी 6 महीने की गर्भवती है और भ्रूण की मौत हो गई है। पीड़िता की मां ने बताया कि वह फौरन बेटी के द्वारा बताए गए आरोपियों के पास पहुंची तो उन्होंने गाली-गलौज की और मारने की धमकी दी, जिसके बाद शहर के लिसारी गेट पुलिस थाने का रुख किया, लेकिन वहां भी मायूसी हाथ लगी। पीड़िता की मां के मुताबिक वहां पुलिसवालों ने शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया। इसके बाद कोई विकल्प न पाकर वह एसएसपी कार्यालय आ गई।
एसएसपी राजेश कुमार ने पीड़िता की शिकायत पर लिसारी गेट पुलिस को तत्काल प्रभाव से शिकायत दर्ज करने का निर्देश दिया। वहीं लिसारी गेट पुलिस थाने के एसएचओ मोहम्मद असलम ने बताया कि पीड़िता कभी शिकायत करने नहीं आई, नहीं तो शिकायत दर्ज कर ली गई होती। उन्होंने बताया कि मोहम्मद असलम, मोहम्मद हसन और उनके एक अज्ञात साथी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376डी (सामूहिक बलात्कार), 313 (महिला की सहमति के बिना गर्भपात कराना) और पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि एक आरोपी हसन को दबोच लिया गया है, बाकी की तलाश में दबिश दी जा रही है।