7 महीने पहले चाकू की नोक पर हुए बलात्कार की शिकार नाबालिग छात्रा बैग में भ्रूण लेकर पहुंची थाने
मध्य प्रदेश के सतना में एक 16 वर्षीय दलित लड़की अपनी खौफनाक आपबीती सुनाने के लिए अपने बैग में भ्रूण लेकर पुलिस थाने पहुंची। 10वीं की छात्रा ने बताया कि 7 महीने पहले चाकू की नोक पर उसके साथ बलात्कार किया गया था और उसके बाद भी कई बार किया उसके साथ दुष्कर्म किया गया, लेकिन कई दफा शिकायत करने बाद भी स्थानीय पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक लड़की ने बताया कि उसे गर्भवती होने के बारे में तब पता चला जब उसके पेट में दर्द हुआ। पीड़िता ने कह कि उसकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि बुधवार (4 मार्च) को जब उसे पीड़ा हुई तो वह अपनी मां के साथ ऑटो पर सवार होकर अस्पताल के लिए निकली थी, लेकिन रास्ते में उसका बलात्कार करने वाले शख्स और उसके साथियों ने उसे रोक लिया और सीधा एक डॉक्टर के घर पर ले गए, जहां पर जबरन उसका गर्भपात करा दिया गया।
पीड़िता ने बताया कि गर्भपात कराने के बाद डॉक्टर ने भ्रूण को एक बैग में रखकर उसे दे दिया और किसी नाले में फेंकने के लिए कहा। पीड़िता ने कहा कि उन लोगों ने उसे वापस लौटने के लिए किराये के तौर पर 20 रुपये दिए और धमकी दी- ”अगर गर्भपात के बारे में किसी को बताया कि भयानक अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना।” पीड़िता ने किसी नीरज पांडेय नाम के शख्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगारकर ने बताया- ”मैं उस वक्त कार्यालय में नहीं था जब पीड़िता आई, लेकिन आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है।” बता दें कि यह अपनी तरह का शायद पहला मामला है जब बलात्कार की कथित रेप पीड़िता बैग में भ्रूण लेकर शिकायत कराने के लिए पुलिस थाने पहुंची हो। स्थानीय पुलिस के उदासीन रवैये के बाद एसपी ऑफिस मामले में सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दे रहा है। लेकिन खबर लिखे जाने तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई थी।