17 साल में जो नहीं कर पाए मुलायम, मायावती, अखिलेश- दो महीने में करेंगे सीएम योगी!
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज (28 मई को) कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच पिछले 17 सालों से लंबित परिसंपत्तियों के बंटवारे से संबंधित विवाद को अगले दो महीने में सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों प्रदेशों के मुख्य सचिवों की वार्ता के बाद सभी मुद्दों पर आम सहमति बन चुकी है। उत्तराखंड के हरिद्वार में हर की पैड़ी के पास 50 करोड़ रूपये की लागत से उत्तर प्रदेश पर्यटक आवास गृह के 100 कमरों के अतिथि गृह के भूमि पूजन और शिलान्यास के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के स्वामित्व वाला अलकनंदा होटल अब उत्तराखंड का होगा। उत्तर प्रदेश का यह नया पर्यटक आवास गृह 87 हजार वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा।
भूमि पूजन में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक और उत्तर प्रदेश की पर्यटन और महिला विकास मंत्री रीता बहुगुणा जोशी और योगगुरू बाबा रामदेव सहित हरिद्वार के कई प्रमुख साधु-संतों ने भी भाग लिया। इस मौके पर योगी ने कहा कि दोनों प्रदेश पर्यटन के नये क्षेत्रों को विकसित करने की दिशा में मिलकर काम करेंगे। उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से अगले वर्ष होने वाले इलाहाबाद कुम्भ मेले के लिए अधिक से अधिक गंगा जल छोड़ने का आग्रह करने के साथ ही सभी साधु—संतों, अखाड़ों तथा प्रदेशवासियों को कुंभ स्रान के लिए आमंत्रित किया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के नये पर्यटक आवास गृह का नाम ”भागीरथी पर्यटक आवास गृह” होगा । उन्होंने बद्रीनाथ में भी उत्तर प्रदेश का पर्यटक आवास गृह बनाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि हरिद्वार से गाजियाबाद तक गंगनहर के किनारे कावंड़ मेला सड़क का विस्तार किया जायेगा। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रावत ने परिसंपत्तियों के जल्द बंटवारे के प्रयास करने के लिए उत्तर प्रदेश के अपने समकक्ष का आभार व्यक्त किया। इस पर बाबा रामदेव ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दोनों छोटे—बडे भाई हैं और दोनों के बीच आज सद्भाव और मैत्री की शुरूआत हुई है। इससे पहले, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों ने सुबह हर की पैड़ी ब्रहमकुंड पर गंगा आरती कर पूजा अर्चना की। बता दें कि 9 नवंबर, 2000 को उत्तर प्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड देश के 27वें राज्य के रुप में अस्तित्व में आया था।