मणिपुर में बच्चों की हत्या कर उसका मांस खाने करने वालों की लोगों ने की पिटाई और पुलिस को सौंपा
अब तक आपने देश में गौ मांस खाने वाले लोगों के बारे में तो सुना है लेकिन यहां ऐसे भी लोग हैं जो इंसानों का भी मास खाते हैं। हाल ही में मणिपुर के सेनापति जिले में असम के रहने वाले दो लोगों को बच्चों का मांस खाने की बात स्वीकार करने के बाद मणिपुर पुलिस ने हिरासत में लिया है। इन दोनों ने खुद ही यह बात कबूली है कि उन्होंने स्कूली बच्चों के मास का सेवन किया है। बीते कुछ दिनों से कुछ बच्चों के गायब होने के बाद पूरे इलाके को हाई अलर्ट पर रखे जाने के बाद आरोपियों का पता सेकुल के गांव वालों ने लगाया था।
ग्रामीणों ने मंगलवार को दो लोगों की पहले पिटाई की और फिर पुलिस को सौंप दिया। यह मणिपुर में कथित तौर पर बाहरी लोगों द्वारा बच्चों को खाने व अपहरण की पहली घटना है। एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस के अनुसार प्राथमिक जांच से खुलासा है कि उन्होंने अब तक छह बच्चों का अपहरण किया है, जिनकी उन्होंने बाद में हत्या कर दी। उन्होंने कबूल किया है कि उन्होंने बच्चों के शवों को खाया है।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि असम के इस गैंग में छह हथियार बंद सदस्य थे। उन्होंने भाड़े पर हत्या की सेवाएं भी दी हैं। इनमें से चार बच निकले हैं। पुलिस ने पूछताछ में सहायता के लिए भाषा जानकारों से संपर्क किया है। दो आरोपी बुरी तरह से घायल हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। सभी पुलिस थानों को चार भगोड़ों को लेकर अलर्ट पर रखा गया है।