कोलकाता के एक स्कूल में 2 साल के मासूम का यौन उत्पीड़न किये जाने से भड़का लोगों का गुस्सा

कोलकाता के एक प्ले स्कूल में 2 साल के मासूम का यौन उत्पीड़न किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। जानकारी के मुताबिक बच्चे के मेडिकल रिपोर्ट में यौन उत्पीड़न की पुष्टि भी हो चुकी है। यह घटना बीते सोमवार ( 2 जुलाई) की है।

स्कूल प्रबंधन का संवेदनहीन रवैया: इस मामले में पीड़ित बच्चे के माता-पिता ने स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित मासूम के परिजनों का कहना है कि स्कूल प्रशासन ने बच्चे के साथ यौन उत्पड़ीन होने की बात से ही इनकार कर दिया है। इतना ही नहीं जब उन्होंने स्कूल प्रशासन से स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज मांगे तो प्रशासन ने फुटेज देने से भी इनकार कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्कूल की प्रिंसिपल जयश्री आनंद ने बच्चों के परिजनों को फोन कर बतलाया कि स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे पिछले कई दिनों से काम ही नहीं कर रहे हैं। इसकी वजह से 26 जून से लेकर 2 जुलाई तक की कोई रिकॉर्डिंग नहीं हो पाई है। परिजनों का यह भी कहना है कि स्कूल प्रशासन ने पूरे मामले में संवेदनहीन रवैया अपनाते हुए सभी बच्चों के पैरेंट्स को मैसेज भेजा की स्कूल फिर से खुल गया है। इसके बाद नाराज बच्चों के परिजनों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया और स्कूल नहीं चलने दिया।

सहमा हुआ है मासूम: पीड़ित परिवार के मुताबिक 2 जुलाई को जब उनका मासूम बच्चा घर पहुंचा तो वो काफी रो रहा था। कपड़े बदलते वक्त उसके प्राइवेट पार्ट में लगे खून के निशान देखकर परिवार वालों के होश उड़ गए। परिजनों ने तुरंत बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसके साथ यौन अपराध होने की पुष्टि की। इस घटना के बाद बच्चा इतना सहमा हुआ है कि वो ना तो दूसरे बच्चों की तरह खेल रहा है और ना ही किसी को भी खुद को छूने दे रहा है। परिजनों के मुताबिक उनका बच्चा इस वक्त काफी शॉक में है।

 

सीएम से लगाई गुहार: परिवार वालों का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में स्कूल के कुछ कर्मियों से पूछताछ की है तथा स्कूल के कुछ कागजात भी जब्त किये हैं। लेकिन अब तक आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है। परिजनों ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से पूरे मामले में न्याय की गुहार लगाई है। आपको बता दें कि इस मामले में पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पिछले साल भी कोलकाता के दो नामी स्कूलों में इस तरह के मामले सामने आए थे।

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