20 हजार रुपये कैश और 1000 रुपये सेविंग्स, कश्मीर के सबसे गरीब उम्मीदवार है रवींद्र रैना!
जम्मू कश्मीर बीजेपी प्रमुख रवींद्र रैना ने बृहस्पतिवार को राजौरी जिले के नौशेरा विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. रैना ने नौशेरा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पदाधिकारी और बीजेपी के जम्मू कश्मीर चुनाव प्रभारी राम माधव के साथ एक रोड शो किया. रैना इस सीट से दूसरी बार चुनाव मैदान में हैं.
2014 के विधानसभा चुनावों के बाद से कश्मीर में बड़े बदलाव आए हैं. जहां कई राजनेताओं की संपत्ति दोगुनी हो गई है, वहीं बीजेपी की स्थानीय इकाई के प्रमुख रविंदर रैना की संपत्ति में कमी आई है.
रविंद्र रैना की ओर से 2014 में चुनाव आयोग को दिए हलफनामा में रविंदर रैना ने हाथ में नकदी के रूप में ₹20,000 की राशि और बचत खाते में ₹1,000 की घोषणा की थी, इस बार भी नौशेरा के रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष दायर उनके हलफनामे से पता चलता है कि उनके हाथ में केवल ₹1,000 हैं.
हलफनामे से पता चलता है कि 2024 में उनके पास 1 हजार नकद के अलावा, उनके पास कोई वाहन, आभूषण, कृषि भूमि, विरासत में मिली संपत्ति, गैर-कृषि भूमि, वाणिज्यिक भवन, निवेश या आवासीय भवन नहीं है. हलफनामे से पता चला कि उनके पास जम्मू में 13 ए गांधी नगर में एक सरकारी आवास है जो उन्हें 2014 में विधायक बनने पर आवंटित किया गया था. रैना के पास बिजली, टेलीफोन और पानी शुल्क के लिए कोई किराया बकाया नहीं है.
लाल या नीले रंग का कुर्ता और सफेद पायजामा पहने नजर आने वाले 47 वर्षीय नेता जम्मू-कश्मीर में भाजपा के चुनाव अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं. 31 जनवरी, 1977 को नौशेरा में एक पहाड़ी-ब्राह्मण परिवार में पुष्प दत्त के घर जन्मे रैना 2017 से जम्मू-कश्मीर की भाजपा इकाई के अध्यक्ष हैं और उनकी आरएसएस पृष्ठभूमि भी है.
रैना ने 2014 में नौशेरा विधानसभा क्षेत्र से 37,374 वोटों से जीत हासिल की थी. उन्होंने तब पीडीपी के सुरिंदर चौधरी को 9,503 वोटों के अंतर से हराया था.
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होने हैं, जिसमें पहले चरण के लिए मतदान 18 सितंबर को होगा, दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर को और तीसरे चरण के लिए एक अक्टूबर को मतदान होगा.