25 जनवरी को कर्नाटक बंद का ऐलान, आईटी कर्मचारियों को घर से काम करने की हिदायत
Karnataka Bandh: महादयी नदी विवाद पर केंद्र के निराशाजनक रवैए पर कर्नाटक में किसानों और अन्य स्थानीय संगठनों ने राज्य स्तर पर गुरुवार (25 जनवरी, 2018) को बंद का ऐलान किया है। रिपोर्ट के अनुसार इस बंद से सामान्य जन-जीवन खासा प्रभावित हो सकता है। सुरक्षा को देखते हुए प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के मैनेजमेंट ने गुरुवार को सभी स्कूल बंद रखने की सलाह दी है। निजी बस ऑपरेटर्स अपनी इस सेवा को जारी रखने की योजना बना रहे हैं, जब तक उनके वाहन सुरक्षित रहें। टैक्सी ऑपरेटरों ने सामान्य संचालन की बात कही है। नम्मा मेट्रो के सामान्य संचालन की उम्मीद जताई गई है। मेट्रो के जनसंपर्क अधिकारी वसंत राव ने बताया कि मेट्रो की सेवाओं को नहीं रोका जाएगा। किसी तरह की रुकावट आने पर पुलिस को इसकी सूचना के बाद ही परिचालन रोका जाएगा। वहीं, बेंगलुरु में आईटी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि कर्मचारी छुट्टी लेकर उस दिन घर से काम करें।
दरअसल इस बंद की वजह महादयी नदीं की एक सहायक नदी है। जिसके मार्ग को लेकर कर्नाटक और गोवा में काफी समय से विवाद चल रहा है। इसमें कर्नाटक सरकार राज्य में महादयी नदी से 7.56 टीएमसी पानी मलप्रभा डैम में लाना चाहती है लेकिन गोवा सरकार ने इसका विरोध किया है। सरकार का कहना है कि यह पर्यावरण के लिए अनुकूल नहीं है। पानी का रुख मोड़ देने से गोवा पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। गोवा के विरोध के चलते करीब 40 सालों से यह योजना अधर में अटकी हुई।
गौरतलब है कि सैद्धांतिक तौर पर इस परियोजना को केंद्र सरकार से हरी झंडी मिल गई लेकिन गोवा के विरोध के चलते यह अधर में लटकी रही। इसी बीच, सुप्रीम कोर्ट ने परियोजना के काम पर स्थगनादेश दे दिया, जिसके कारण काम रुका पड़ा है। शुरूआती दौर में यह परियोजना सिर्फ 100 करोड़ की थी जो 2013 में 120 करोड़ रुपए हो गई थी और अब इसकी लागत का अनुमान बढ़कर 200 करोड़ रुपए बताया जाता है।