250 किसानों के साथ हिरासत में लिए गए यशवंत सिन्हा
भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा को महाराष्ट्र के अकोला में आज शाम उस समय पुलिस ने हिरासत में ले लिया जब वह विदर्भ क्षेत्र के किसानों के प्रति सरकार की ‘‘बेरूखी’’ का विरोध कर रहे थे। अकोला के जिला पुलिस अधीक्षक राकेश कालासागर ने कहा हमने बंबई पुलिस कानून की धारा 68 के प्रावधानों के तहत जिला कलेक्ट्रेट के बाहर करीब 250 किसानों के साथ सिन्हा को हिरासत में लिया।’’ आईपीएस अधिकारी ने कहा कि हिरासत में लिये गये लोगों को अकोला जिला पुलिस मुख्यालय मैदान ले लाया गया। सैकड़ों किसानों के साथ सिन्हा अकोला जिला कलेक्टर के कार्यालय के बाहर कपास और सोयाबीन पैदा करने वाले किसानों के प्रति सरकार की कथित बेरूखी का विरोध कर रहे थे।
इससे पहले सिन्हां पीएम मोदी के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर सुर्खियों में आए थे। बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने लेख लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा तथा। उन्होंने एनडीटीवी डॉट कॉम के लिए लिखे लेख में लिखा था कि एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि वह अपने क्रांतिकारी फैसलों की कीमत चुकाने को तैयार हैं। लेकिन शाम को एक खबर आई कि वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में जीडीपी 5.7 प्रतिशत से बढ़कर 6.3 प्रतिशत पहुंच गई है। इसके बाद मोदी सरकार को चौतरफा बधाइयां मिलने लगीं। यशवंत ने सवाल उठाया था कि अगर आर्थिक मोर्च पर सभी कुछ अच्छा है तो पीएम को राजनीतिक कीमत क्यों चुकानी पड़ेगी? क्या यह गुजरात विधानसभा चुनावों में खुद के लिए निजी सहानुभूति पाने की कोशिश तो नहीं है? उन्होंने लिखा कि राजकोषीय घाटे में गिरावट भी चिंता का विषय है। इसके अलावा प्राइवेट इन्वेस्टमेंट का खराब स्थिति में होना भी अर्थव्यवस्था के लिए सही नहीं है। सिन्हा ने लिखा कि अगर बात 6.3 प्रतिशत की विकास दर की करें तो सबसे ज्यादा 7 प्रतिशत बढ़ोतरी मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में हुई। जबकि पिछले साल यह 7.7 प्रतिशत थी।