श्रीनगर में सीआरपीएफ की गाड़ी पर प्रदर्शनकारियों ने किया हमला, इसी बीच 3 कुचले गाड़ी के नीचे
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सीआरपीएफ की एक गाड़ी को प्रदर्शनकारियों ने निशाना बनाया। हमले के बाद मौके से निकलने की कोशिश में गाड़ी के नीचे आकर तीन लोग कुचले गए। इसके बाद, घाटी में कई प्रदर्शन हुए और लोगों ने राज्य की महबूबा मुफ्ती सरकार की आलोचना की। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, गाड़ी के नीचे आने से घायल 3 लोगों में से एक की बाद में मौत हो गई। घटना श्रीनगर के नौहटा इलाके में हुई।
घटना ऐसे वक्त में हुई है, जब कुछ दिन बाद ही गृह मंत्री राजनाथ सिंह प्रदेश के दौरे पर आने वाले हैं। इसकी वजह से कश्मीरी युवाओं तक पहुंचने की मोदी सरकार की कोशिशों को झटका लग सकता है। बता दें कि हाल ही में केंद्र सरकार ने ऐलान किया था कि रमजान के महीने में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की मुहिम को रोक दिया जाएगा।
एक पुलिस अफसर के मुताबिक, एक सीनियर अधिकारी को उतारने के बाद सीआरपीएफ की गाड़ी वापस लौट रही थी, जो प्रदर्शनकारी लोगों की भीड़ के बीच फंस गई। हालांकि, घटना क्यों और कैसे हुई, इस बात का ठीक-ठीक पता नहीं चल पाया है। घटना के जो विडियोज फुटेज सामने आई है, उनमें से एक में गाड़ी भीड़ में घिरी नजर आती है। लोग गाड़ी का रास्ता रोकते नजर आते हैं और ड्राइवर वहां से निकलने के लिए जूझते दिखता है। एक अन्य वीडियो में कुछ लोग बेहद नजदीक से गाड़ी पर पत्थर और ईंट फेंकते नजर आते हैं। ये लोग एक घायल शख्स को हटाते भी दिखते हैं। सोशल मीडिया पर गाड़ी के नीचे दबे शख्स की फोटो भी वायरल हो चुकी है।
उधर, इस घटना पर नैशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने सीएम मुफ्ती पर निशाना साधा है। बता दें कि सीएम की ओर से इस घटना पर अभी तक कोई बयान नहीं आया है। अब्दुल्ला ने टि्वटर पर लिखा, ‘सीजफायर का मतलब है बंदूकें नहीं, इसलिए गाड़ी का इस्तेमाल करो।’ उन्होंने मुफ्ती से सवाल पूछा कि क्या प्रदर्शनकारियों से निपटने का यही आदर्श तरीका है? उधर, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्वीट करके कहा कि एक ‘खास फोटो’ घटना की पूरी तस्वीर पेश नहीं करती। बता दें कि सोशल मीडिया पर कई तरह की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गए हैं। इनमें से कुछ में उत्तेजित भीड़ गाड़ी पर हमला करते दिखती है तो वहीं कुछ में एक शख्स गाड़ी के पहिए के नीचे दबा हुआ नजर आता है।