30 लाख की SUV खरीदने के लिए शिवराज चौहान ने किया किसान निधि का इस्तेमाल!
मध्य प्रदेश में विधानसभा के मानसून सत्र की समाप्ति के बाद विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ऊपर काफी चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं। कांग्रेस ने दावा किया है कि शिवराज ने खुद के लिए किसान सड़क निधि के पैसों से 30 लाख रुपए कि टोयोटा फॉर्चून एसयूवी खरीदी है। आपको बता दें कि किसान सड़क निधि ऐसा फंड है जिसका इस्तेमाल ग्रामीण इलाकों में सड़क निर्माण के लिए किया जाता है। इस फंड की देख-रेख मध्य प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड करता है। इस बोर्ड को आमतौर पर मंडी बोर्ड भी कहा जाता है। मध्य प्रदेश की मौजूदा 14वीं विधानसभा का आखिरी सत्र मंगलवार को खत्म हो गया था, लेकिन कांग्रेसी विधायकों ने विधानसभा परिसर में सदन का समानांतर सत्र जारी रखा हुआ था। कांग्रेस ने सदन के बाहर गलियारे में बैठकर तीन दिन के लिए समानांतर सत्र रखा था। इसकी समाप्ती पर ही कांग्रेस ने शिवराज सिंह चौहान के ऊपर ये गंभीर आरोप लगाए।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ने कहा, ‘यह बहुत दुर्भाग्य की बात है कि जहां एक तरफ किसान आत्महत्या कर रहे हैं वहीं राज्य के मुख्यमंत्री के लिए 30 लाख रुपए की फॉर्चूनर एसयूवी खरीदी जाती है। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि सीएम किसान सड़क निधि के सह-अध्यक्ष हैं।’
अजय सिंह ने आगे कहा कि सीएम के लिए यह गाड़ी पिछले साल 6 जून 2017 के दिन मंदसौर में हुए किसान गोलीकांड के एक महीने पहले ही खरीदी गई थी। इस गोलीकांड में पांच किसानों की मौत हुई थी। उसके बाद एक आरटीओ एजेंट से गाड़ी के लिए वीआईपी रजिस्ट्रेशन नंबर लेने के लिए 32,070 रुपए भी खर्च किए गए थे। इन पैसों में एजेंट का चार्ज भी शामिल था। कांग्रेस के आरोपों पर मंडी बोर्ड के मैनेजिंग डायरेक्टर फैज अहमद किदवई ने कहा कि यह गाड़ी सीएम के आधिकारिक इस्तेमाल के लिए ही खरीदी गई थी, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वह यह जांच करेंगे कि किन पैसों से इसे खरीदा गया था। वहीं राज्य सरकार के प्रवक्ता और संसदीय मामलों के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस मामले पर कुछ भी कहने से मना कर दिया।