31 मई की तारीख… ये 3 इलाके और दिल्ली की गर्मी ने तोड़ा डाला रिकॉर्ड,
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निवासी इस भीषण गर्मी में जल संकट की वजह से परेशान दिखे. दिल्ली के कई इलाकों में टैंकरों से पानी भरने के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिली और कई इलाकों में तो लोगों को मूलभूत जरुरतों के लिए भी पानी नहीं मिल रहा.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को लगातार पांचवें दिन भी लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा. इस दौरान तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से छह डिग्री अधिक रहा. यहां तक की देश के तीन सबसे गर्म स्थान यहीं के रहे. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार 49.6 डिग्री सेल्सियस के साथ दिल्ली का मुंगेशपुर देश का सबसे गर्म स्थान रहा. इसके बाद नरेला 49.4 डिग्री सेल्सियस और पश्चिमी दिल्ली का नजफगढ़ 49.2 डिग्री सेल्सियस के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर रहा. हरियाणा का सिरसा 48.8 डिग्री सेल्सियस के साथ देश का चौथा सबसे गर्म स्थान रहा, जबकि दिल्ली का जाफरपुर और पूसा 48.3 डिग्री सेल्सियस के साथ पांचवे स्थान पर रहा.
दिल्ली के लिए जारी किया ‘येलो अलर्ट’
आईएमडी ने शनिवार के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी कर आंशिक रूप से बादल छाए रहने तथा कुछ स्थानों पर गरज के साथ बौछारें पड़ने और धूल भरी आंधी चलने की संभावना जताई है. इसके साथ ही हल्की बारिश और बूंदाबांदी के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है. दिल्ली में शनिवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 44 और 20 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान है. साथ ही 2 जून के लिए भी ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया.
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में बुधवार को अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 79 वर्षों में सबसे अधिक है. दिल्ली में 17 जून 1945 को तापमान 46.7 डिग्री सेल्सियस था. दिल्ली के मुंगेशपुर में बुधवार को अधिकतम तापमान 52.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो देश में दर्ज किया गया सबसे अधिक तापमान है. इसके बाद, आईएमडी अधिकारियों ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि वे किसी भी संभावित त्रुटि के लिए क्षेत्र के मौसम विभाग केंद्र के सेंसर और आंकड़ों की जांच कर रहे हैं. हालांकि, मौसम विभाग ने अभी तक मुंगेशपुर में सेंसर के निरीक्षण पर कोई रिपोर्ट जारी नहीं की है.
दिल्ली में जल संकट… मचा हाहाकार
बढ़ते तापमान के कारण दिल्ली समेत देश के कुछ भागों में जल संकट उत्पन्न हो गया है और जिससे लोगों को खासा परेशानी हो रही है. लोगों को अपनी दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पानी की व्यवस्था करने के वास्ते लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ रहा है.
मई में 10 वर्षों में सबसे कम बारिश
मौसम विभाग ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में इस साल मई में केवल दो दिन बारिश दर्ज की गई, जो बीते 10 वर्षों में सबसे कम है. मई महीने में पिछले 10 सालों में सबसे कम बारिश वाले दिन भी देखे गए. दिल्ली में इस मई में केवल दो दिन बारिश हुई, जबकि 2023 में 11 दिन, 2022 में सात दिन, 2021 में 12 दिन और 2020 में फिर से सात दिन बारिश हुई थी.पीटीआई.