’36 की उम्र में 26 के खिलाड़ियों को मात दे सकते हैं धोनी’, कोच रवि शास्त्री ने माही के आलोचकों को दिया करारा जवाब
भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी वनडे टीम के लिए बेहद जरूरी खिलाड़ी हैं। वह अभी भी अपने से 10 साल जूनियर खिलाड़ियों से अधिक फिट और चुस्त हैं। उन्होंने यह भी कहा कि धोनी में खामियां तलाशने की बजाय आलोचकों को अपने करियर का विश्लेषण करना चाहिए। पिछले कुछ अर्से में धोनी की बतौर बल्लेबाज काफी आलोचना हुई है, हालांकि उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में उम्दा प्रदर्शन करके अपने आलोचकों को खामोश करने का काम किया है। शास्त्री ने आगे कहा कि हम मूर्ख नहीं हैं, जो उन्हें टीम में रखना चाहते हैं। मैं पिछले 30- 40 साल से यह खेल देख रहा हूं। विराट भी एक दशक से टीम का हिस्सा है। हमें पता है कि इस उम्र में भी धोनी 26 साल के खिलाड़ियों पर भारी है। जो लोग आलोचना कर रहे हैं, वे भूल गए हैं कि उन्होंने भी क्रिकेट खेला है। विकेट के पीछे धोनी की मुस्तैदी का आज भी जवाब नहीं और मुख्य चयनकर्ता एमएके प्रसाद ने साफ तौर पर कहा कि युवा खिलाड़ियों में कोई भी उनके समकक्ष नहीं है। अब शास्त्री ने भी उनका समर्थन किया है।
उन्होंने कहा कि यदि वे खुद को आइने में देखें और सवाल करें कि वे 36 बरस की उम्र में क्या थे। क्या वे दो रन इतनी तेजी से भाग सकते थे। जब तक वे दो रन लेते,धोनी तीन रन भाग लेते हैं। उन्होंने दो विश्व कप जीते और 51 की औसत से रन भी बनाए। अभी तक वनडे टीम में उनकी जगह लेने लायक कोई विकेटकीपर नहीं है। शास्त्री ने कहा कि धोनी का विकल्प तलाशना आसान नहीं है। वह भारत में ही नहीं , दुनिया में सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपरों में से एक हैं। उनके पास ऐसे गुण है जो बाजार में नहीं मिलते। यह आपको उनके अलावा कहीं और नजर नहीं आएंगे।
उन्होंने कहा कि वह टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलता है जिसके मायने है कि वह 2019 विश्व कप तक क्रिकेट खेल सकता है। दक्षिण अफ्रीका दौरे के बारे में उन्होंने कहा कि हमारे लिए सभी विरोधी टीमें समान है। सभी विरोधियों का सम्मान करना चाहिए और हर मैच घरेलू मैच की तरह है। दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी ऐसा ही होगा। इस टीम के पास कुछ खास करने का मौका है। हम वहां जीतने के इरादे से ही जाएंगे।