अमेरिका में गन कल्चर की हुई शुरुआत: इंटरनेट से डाउनलोड की जा सकेंगी बंदूकें
अमेरिका में गन कल्चर यानी बंदूक की संस्कृति को लेकर पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आंसू तक बहाए थे, मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कैंपेन में भी यह एक मुद्दा रहा था लेकिन गन कल्चर पर पाबंदी तो नहीं लगी, सरकार के विदेश विभाग ने 3डी प्रिंटेड बंदूकों पर एक अलग ही निपटारा कर इस संस्कृति को बनाए रखने का संकेत दे दिया है। करीब साल भर से चल रही अमेरिकी सरकार के विदेश विभाग और एक वेबसाइट डिफेंस डिस्ट्रीब्यूटिड (डीडी) के बीच लड़ाई इस हफ्ते खत्म हो गई। दोनों के बीच हुए निपटारे के मुताबिक अमेरिका में इंटरनेट से बंदूकें डाउनलोड की जा सकेंगी। कुछ वर्षों पहले वेबसाइट ने 3डी प्रिंटेड बंदूकें को बेचने की योजना बनाई थी। वेबसाइट डिजिटल आग्नेयास्त्रों की फाइलों के लिए खुद को एक ओपन-सोर्स संगठन बताती है, हालांकि पिछले कुछ वर्षों में इसके प्रोडक्ट उपलब्ध नहीं रहे क्योंकि वेबसाइट के डिजाइनर कोडी विल्सन को अमेरिकी सरकार के साथ लंबे समय तक चलने वाली लड़ाई में शामिल होना पड़ा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विदेश विभाग ने यह कहते हुए वेबसाइट को ऑफलाइन करने की मांग की थी कि डीडी ने शस्त्र अधिनियमों (आईटीएआर) के चलते अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का उल्लंघन किया है, जोकि बंदूकों के निर्यात को सीमाबद्ध करता है। विदेश विभाग ने तर्क दिया था कि जब से डीडी ने 3डी प्रिंटेड बंदूकों की योजना ऑनलाइन पोस्ट की, वेबसाइट उन्हें प्रभावी रूप से अन्य देशों में निर्यात कर रही थी।
कोडी विल्सन ने इस लड़ाई में वर्षों लगा दिए और इस हफ्ते अमेरिकी सरकार ने 3डी प्रिंटेड बंदूकों को कानून के अंतर्गत लाने के लिए संघीय कानूनों को फिर से लिखे जाने के लिए की जा रहीं मांगों को स्वीकार कर लिया। सरकार और वेबसाइट के बीच निपटारे के तहत, नए निर्यात कानून डीडी को .50 कैलिबर के तहत बंदूकों का प्लान बेचने की अनुमति देंगे, जिसमें एआर-15 जैसी राइफलें शामिल हैं। डीडी 1 अगस्त को अपनी बंदूकों की फाइलों को बेचना शुरू कर देगा।