अफगान बलों पर आत्मघाती हमले, 47 लोगों की मौत
अफगानिस्तान में सरकारी बलों को निशाना बनाकर किए गए दो आत्मघाती विस्फोटों और गोलीबारी में 47 लोग मारे गए जबकि 200 से अधिक लोग घायल हो गए। इस देश में मुश्किल स्थिति से गुजर रहे सुरक्षाबलों पर यह ताजा भीषण हमला है। तालिबान ने इन घातक हमलों की जिम्मेदारी ली है। दक्षिणपूर्वी अफगान शहर गारदेज में मंगलवार को पुलिस पर हुए हमले के बाद अस्पतालों में लोग अपने प्रियजन की खैरियत जानने के लिए आतुर दिखे। इस बीच अस्पताल के अधिकारियों ने घायलों के वास्ते रक्तदान का आह्वान किया है।
पड़ोसी प्रांत गजनी में भी घात लगाकर किए गए एक अन्य हमले में 15 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई जबकि 12 अन्य जख्मी हो गए। पूरे अफगानिस्तान में आतंकवादियों ने हमले तेज कर दिए हैं। सुरक्षाबल भ्रष्टाचार, कर्मियों के छोड़कर जाने और हमलों की वजह से मुश्किल में हैं। गारदेज के उप स्वास्थ्य निदेशक शिर मोहम्मद कारिमी ने कहा, ‘अस्पताल में बहुत भीड़ बाकी पेज 8 पर है और हम लोगों से रक्तदान का आह्वान करते हैं।’ डॉक्टर और नर्स घायल महिलाओं, बच्चों और पुलिसकर्मियों की देखभाल करने पहुंचे। अस्पताल में हालत यह है कि गलियारे में भी शव पड़े हैं। इस दौरान विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने रक्तदान के लिए पहल की है।
गृह मंत्रालय व स्थानीय पुलिस के मुताबिक पक्तिया पुलिस मुख्यालय के समीप प्रशिक्षण केंद्र पर दो आत्मघाती कार बम हमलावरों ने जबर्दस्त विस्फोट किया। उसके बाद बंदूकधारी गोलियां दागने लगे।गर्वनर कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है, ‘हमले में हताहत हुए ज्यादातर नागरिक हैं जो अपना पासपोर्ट और पहचान पत्र लेने के लिए पुलिस मुख्यालय आए थे।’ अधिकारियों के मुताबिक बंदूकों के साथ आए आत्मघाती हमलावरों और सुरक्षाकर्मियों के बीच करीब पांच घंटे तक मुठभेड़ चली। इस मुठभेड़ में सभी पांचों आतंकवादी मारे गए। गारदेज में हुए हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने एक ट्वीट के जरिए ली है।