गुजरात के इस मंदिर में है 5000 साल पुराना शिवलिंग, बहुत ही खास है ये शिवलिंग
हिंदू धर्म में 33 करोड़ देवी-देवता बताए जाते हैं। इनमें भगवान शंकर अपना खास महत्व रखते हैं। शिव जी के भक्तों की संख्या बहुत ही ज्यादा है। ये भक्त बड़ी ही श्रद्धाभाव के साथ भगवान शिव की उपासना करते हैं। मालूम हो कि शिव जी की पूजा में शिवलिंग अपनी अलग महत्ता रखता है। सामान्य तौर पर ऐसा भी कहा जाता है कि बिना शिवलिंग के शिव की पूजा अधूरी मानी जाती है। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे शिवलिंग के बारे में बताने जा रहे हैं जो 5000 साल पुराना बताया जाता है। जी हां, यह शिवलिंग गुजरात के एक मंदिर में स्थित है। इस मंदिर को जलेश्वर महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है।
गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित जलेश्वर महादेव मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह एक खुदाई में मिला था। साल 1940 में हुई इस खुदाई के दौरान वहां पर पुरातत्वविद एम.एस. वाट्स उपस्थित थे। वाट्स ने पूरी तरह से जांच के बाद कहा था कि यह शिवलिंग 5000 साल पुराना है। बता दें कि नर्मदा जिले के मोसाद के पास हुई इस खुदाई में और भी कई महत्वपूर्ण चीजें मिली थीं। इनमें से कई चीजों को अभी भी संभालकर रखा गया है। मालूम हो कि जलेश्वर महादेव मंदिर पूर्वा नदी के किनारे स्थित है। यह नदी पूरब की दिशा में बहती है, इसलिए इसे पूर्वा नदी कहा जाता है।
जाहिर है कि यह शिवलिंग अपने आपमें बहुत ही खास है। ऐसे में इसकी पूजा-अर्चना के लिए भारी संख्या में आसपास के लोगों का जमावड़ा लगता है। हालांकि इस मंदिर और शिवलिंग के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है। इसलिए इसके दर्शन के लिए दूर-दूराज के लोग बहुत कम आते हैं। उल्लेखनीय है कि महाशिवरात्रि के अवसर पर इस मंदिर में भारी संख्या में लोग जमा होते हैं। ऐसे में यहां का नजारा देखने लायक होता है।