58 दिन से भर्ती हैं विधायक, इमेज की चक्‍कर में छुट्टी देना चाहता है अस्‍पताल

झारखंड के सरायकेला-खरसावां में ईचागढ़ के भाजपा विधायक साधु चरण महतो पर जिला भू—अर्जन पदाधिकारी से मारपीट का आरोप लगा था। इस मामले में पदाधिकारी ने विधायक समेत 150 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। लेकिन पुलिस के गिरफ्तार करने से पहले ही विधायक जमशेदपुर के टाटा मेमोरियल अस्पताल में बीते 13 मार्च को भर्ती हो गए थे।

विधायक का दावा था कि उन्हें सीने में दर्द, शुगर, पेट में दर्द और दस्त की शिकायत है। अब जब विधायक को भर्ती हुए 50 दिन से ऊपर हो चुके हैं तो ये अस्पताल प्रबंधन को अपनी साख की चिंता सता रही है। प्रबंधन चिंतित है कि आखिर अस्पताल के डॉक्टर विधायक की विचित्र बीमारी का इलाज कर क्यों नहीं पा रहे हैं?

मारपीट का लगा था आरोप: ईचागढ़ के भाजपा विधायक साधुचरण महतो पर आरोप है कि नीमडीह में 22 फरवरी को मुआवजा वितरण के दौरान उन्होंने भूअर्जन पदाधिकारी दीपू कुमार की पिटाई की थी। अधिकारी ने नीमडीह थाने में इसकी प्राथमिकी दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस विधायक को करीब 22 दिनों तक खोजती रही।

नोटिस चिपकते ही हुए बीमार : इसके बाद पुलिस ने आदित्यपुर स्थित उनके आवास नोटिस चस्पा कर दिया। नोटिस में लिखा था कि विधायक अगर एक माह में हाजिर न हुए तो पुलिस कुर्की जब्ती का नोटिस जारी कर देगी। इसके तुरंत बाद 13 मार्च को साधु चरण महतो जमशेदपुर के टाटा मेमोरियल अस्पताल में भर्ती हो गए। साधु चरण यहां पर पेट दर्द और दस्त की शिकायत के बाद भर्ती किए गए थे। पुलिस ने उन्हें उसी दिन हिरासत में ले लिया।

विधायक की गिरफ्तारी के इंतजार में अस्पताल में तैनात झारखंड पुलिस फोटो- यू ट्यूब

मुझे गिरफ्तारी की सूचना नहीं है : वहीं विधायक ने अपनी गिरफ्तारी से साफ इनकार किया है। उन्‍होंने कहा, पुलिस अस्‍पताल आयी थी, लेकिन मुझे गिरफ्तारी के बारे में कोई सूचना नहीं दी गई है। उन्होंने कहा, मैं इस समय अपना इलाज करा रहा हूं। मेरे सीने में दर्द है, शुगर बढ़ा हुआ है। डॉक्‍टर इलाज कर रहे हैं. भूअर्जन पदाधिकारी ने मेरे खिलाफ झूठे आरोप लगाए हैं। मैं कोर्ट की शरण में जाऊंगा।

क्यों परेशान है अस्पताल : बताया जा रहा है कि टाटा मेमोरियल अस्पताल के प्रबंधन ने विधायक के भर्ती होने की गोपनीय रिपोर्ट महाप्रबंधक को सौंपी है। सूत्र बताते हैं कि रिपोर्ट में ये साफ उल्लेख है, ‘अगर 58 दिन से भर्ती विधायक को जल्दी ही छुट्टी नहीं दी गई तो इससे अस्पताल की छवि खराब हो सकती है।’ बताया गया कि रिपोर्ट आने के बाद विधायक साधुचरण का इलाज कर रहे डॉक्टर अशोक सुंदर ने उन्हें जानकारी दे दी है कि वे अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं। गुरुवार 11 मई को फाइनल जांच के बाद छुट्टी दी जा सकती है। डॉ. अशोक सुंदर ने इसकी सूचना जीएम डॉ. राजन चौधरी को भी दे दी है। वहीं जीएम ने इसकी सूचना कॉर्पोरेट के वीपी सुनील भास्करन को बढ़ा दी है। अस्पताल से निकलने के बाद अब विधायक के पास सरायकेला जेल में जाने के सिवाय और कोई भी रास्ता नहीं होगा

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