छत्तीसगढ़ में 62 नक्सलियों ने पुलिस के सामने किया आत्मसमर्पण
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में 62 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। कांकेर क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक रतनलाल डांगी ने आज भाषा को दूरभाष पर बताया कि बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा समेत अन्य पुलिस अधिकारियों के समक्ष आज नारायणपुर क्षेत्र के 62 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। डांगी ने बताया कि नक्सलियों ने नक्सल विरोधी अभियानों के तेज होने, पुलिस और सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव और शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण करने का फैसला किया है।
नक्सलियों ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि उन्होंने माओवादी संगठन की खोखली विचारधारा और गलत नीतियों से तंग आकर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस के समक्ष जिले के कानागांव के दो नाबालिग नक्सलियों समेत 16 नक्सलियों ने, कोहकामेटा गांव के पांच नाबालिग नक्सलियों समेत 18 नक्सलियों ने, इरकभटटी गांव के एक नाबालिग नक्सली समेत 11 नक्सलियों ने, कच्चापाल गांव के पांच नाबालिग नक्सली समेत 15 नक्सलियों ने तथा इकमेटा और पिड़दिलपर गांव के दो नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
डांगी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में जनमिलिशिया कमांडर, जनष्मिलिशिया सदस्य, दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष और सदस्य तथा जनताना सरकार के सदस्य शामिल हैं। उन्होंने बताया कि आत्समर्पण करने वाले नक्सली सरकार की नितियों का विरोध करने, सरकार के खिलाफ जनता को भड़काने, शासकीय इमारतों तथा सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने और नक्सलियों को पुलिस दल की सूचना देने जैसे कार्यों में शामिल रहे हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सभी नक्सली पिछले लगभग आठ वर्षों से नक्सली संगठन में सक्रिय थे। इनमें से पांच नक्सलियों को प्रोत्साहन राशि प्रदान किया गया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य शासन की पुनर्वास नीति के तहत पुनर्वास योजना का लाभ दिया जाएगा।