बाइबिल पढ़ने आई थी नाबालिग बच्ची, बुजुर्ग पादरी ने चर्च में ही बोल दिया इज्जत पर हमला
केरल के तिरुवंतपुरम में नाबालिग का शारीरिक शोषण करने के आरोप में पुलिस ने 65 वर्षीय पादरी को गिरफ्तार किया है। सोमवार को पादरी देवराज को 10 वर्षीय बच्ची का शोषण करने के आरोप में पोस्को एक्ट और धारा 376 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। यह घटना उस समय की है जब बच्ची बाइबिल पढ़ने के लिए चर्च में पहुंची थी। बच्ची के पिता का आरोप है कि जब वह चर्च पहुंचा तो उसने देखा की आरोपी पादरी उसकी बेटी के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश कर रहा था। यह देखते ही पीड़िता के पिता ने पुलिस को सूचित किया।
इस मामले पर एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी पादरी पिछले एक साल से चर्च में काम कर रहा है। फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूरी मामले की जांच की जा रही है। बता दें कि इससे पहले भी साल की शुरुआत में केरल में एक पादरी द्वारा नाबालिग का रेप कर उसे गर्भवती करने का मामला सामने आया था। आरोपी ने काफी समय तक इस अपराध को छिपाने की कोशिश की थी लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाया। पादरी रॉबिन कन्नूर जिले के कैथोलिक चर्च में ढाई साल से काम कर रहा था।
पुलिस ने इस मामले में आरोपी पादरी रॉबिन को 28 फरवरी को बच्ची के साथ रेप करने और उसे गर्भवती करने के मामले में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार किया था। पहले तो आरोपी पादरी अपने ऊपर लगे आरोपो को खारिज करता रहा लेकिन जब पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। आरोपी चर्च के स्कूल का मैनेजर था जहां पर पीड़िता पढ़ती थी। 7 फरवरी को एक प्राइवेट स्कूल में नाबालिग ने एक लड़के को जन्म दिया था। पीड़िता के परिजनों ने उसकी डिलीवरी के बारे में उसे नहीं बताया था। उन्होंने उसे कहा था कि उसका अपेंडिक्स का ऑपरेशन हुआ है।