पीएम मोदी ने दी विकास की नई परिभाषा, बोले- हवाई चप्पल पहनने वाला भी प्लेन में उड़े
विकास की अवधारणा पर कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों की आलोचनाओं पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 7 अक्टूबर (शनिवार) को कहा कि पहले एक मोहल्ले में हैंडपंप लगाना विकास होता था। लेकिन हमने विकास की परिभाषा बदल कर उसे लोगों की आशा-आकांक्षाओं और खुशहाली से जोड़ने का काम किया है। चोटिला में ग्रीलफिल्ड हवाई अड्डे का शिलान्यास करते हुए प्रधानमंत्री ने यहां एक जनसभा में लोगों से सीधा सवाल किया, ‘‘क्या विकास जरूरी है? क्या विकास से जीवन में बदलाव आता है? क्या विकास से उनकी संतान का जीवन बदल रहा है? लोगों ने इसका जवाब, हां में दिया।’’मोदी ने कहा, ‘‘आज गरीब से गरीब आदमी से पूछो, जिसके पास घर नहीं है, उनसे पूछो कि क्या घर चाहिए? वह कहेगा कि घर चाहिए? और अगर किसी को घर देना है, तब यह विकास के जरिये ही संभव है।’’ उन्होंने कहा कि पहले जब भाजपा की सरकार नहीं थी। तब हैंडपंप लगाना विकास की परिभाषा में आता था। किसी नेता ने किसी मोहल्ले में एक हैंडपंप लगा दिया और फिर दो-तीन चुनाव तक लोगों से इसी आधार पर चुनाव जिताने का आग्रह करता रहता था।
मोदी ने कहा कि हमने विकास की परिभाषा बदलने का काम किया है। हम नर्मदा का पानी इस क्षेत्र में पाइपलाइन के जरिये लाये हैं। नर्मदा का पानी इस सूखी धरती को नंदन वन बनाने का काम कर रही है। इसका सकारात्मक प्रभाव सिर्फ ग्रामीण और कृषि क्षेत्र में ही नहीं हो रहा है बल्कि आने वाले दिनों में नर्मदा के पानी के कारण यह औद्योगिक केन्द्र के रूप में उभरेगा, शिक्षा का धाम बनेगा। मोदी ने आज सुबह प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ अपनी दो दिन की गुजरात यात्रा की शुरूआत की। वहां ओखा से बेट द्वारका तक सिग्नेचर ब्रिज परियोजना सहित अन्य परियोजनाओं शिलान्यास करने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘विकास का सपना सवा सौ करोड़ भारतीयों का है और मैं इसमें रंग भर रहा हूं।’’
द्वारका में चार राष्ट्रीय राजमार्गों और अन्य परियोजनाओं के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, जहाजरानी और जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, जहाजरानी और रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख एल.मंडाविया भी मौजूद थे। कार्यक्रम के बाद गडकरी ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने द्वारका, गुजरात में विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों की आधारशिला रखी। इसमें गादु-पोरबंदर-द्वारका मार्ग को चार लेन का बनाना और एनएच-51 पर बेट द्वारका से ओखा के बीच केबल धारित सिग्नेचर ब्रिज भी शामिल है।’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इस क्षेत्र में हवाई अड्डा बनने वाला है। ऐसे में यहां विकास की तंदुरूस्त स्पर्धा होने वाली है, जो पूरे प्रदेश के लिये हितकारी है। गुजरात के विकास संबंधी भाजपा के दावों की आलोचना करने वालों पर तंज करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें हवाई अड्डे की स्थापना भी बुरी लगेगी। ‘‘लेकिन उनसे अगर पूछे कि आप बस में क्यों नहीं जाते हो? तब वह कहेंगे कि उन्हें जल्दी जाना है। हमें ऐसे लोगों से पूछना चाहिए कि तुमको जल्दी जाना है, हमें नहीं जाना है क्या?’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं पूरे देश में विमानन क्षेत्र में ऐसा विकास करना चाहता हूं कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज से यात्रा कर सके।’’ उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया में विमानन क्षेत्र का महत्व है। लेकिन देश में कोई विमानन नीति नहीं थी। हमने विमानन नीति बनाई। हमने छोटे-छोटे शहरों को हवाई सम्पर्क से जोड़ने की पहल की है। 2,500 रूपये का टिकट शुल्क तय करके विमानन क्षेत्र को गष्ति प्रदान करने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि देश में बड़ी संख्या में हवाई पट्टियां उपयोग में नहीं आ रही हैं। हमने उन्हें ठीक करने की पहल की है। आने वाले दिनों में देश में हवाई अड्डों की संख्या काफी बढेगी। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने आज जिस हवाई अड्डे का शिलान्यास किया वह राजकोट और सुरेन्द्र नगर के मध्य हिरासर में बनेगा। इस पर करीब 2,500 करोड़ रुपये की लागत आयेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इतनी बड़ी परियोजना के लिए सिर्फ चार प्रतिशत जमीन किसानों से ली गई हैं। 96 प्रतिशत बंजर भूमि ली गई है। उन्होंने कहा कि भविष्य को देखते हुए इस हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जायेगा।
प्रधानमंत्री ने आज पूर्ण स्वचालित सुर सागर डेयरी संयंत्र का लोकार्पण किया, साथ ही जोरावरनगर और रतनपुरा के बीच पेयजल आपूर्ति पाइपलाइन का उद्घाटन भी किया। उन्होंने राजकोट मोरबी राजमार्ग को चार लेन का बनाने और अमदाबाद राजकोट सड़क मार्ग पर 201 किलोमीटर सड़क को छह लेन करने की परियोजना का शिलान्यास किया। मोदी ने कहा कि प्रगति के लिये गति जरूरी है और हम सड़क एवं अन्य आधारभूत ढांचे का विकास करके विकास को गति प्रदान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने लोगों से आग्रह किया कि 2022 में देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। हम सभी को यह संकल्प करना चाहिए ष्कि नर्मदा जब हमारे घर आंगन में पधारने जा रही हैं तो अब हम पानी बर्बाद नहीं करेंगे।