अब हनीप्रीत ने लगाई राम रहीम से मिलने की गुहार
एक ओर डेरा सच्चा सौदा मुखी गुरमीत सिंह अपनी ही दो साध्वियों से बलात्कार के जुर्म में इन दिनों रोहतक की सुनारिया जेल में कैद है और अपनी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत इंसां यानी ‘पापा की परी’ से मिलने को छटपटा रहा है। दूसरी ओर अब पुलिस रिमांड में इसी परी ने भी पापा से मिलने की इच्छा जता दी। हनीप्रीत ने इस मुलाकात के पीछे गुरमीत सिंह की कमर में दर्द का हवाला दिया है। हनीप्रीत के पुलिस रिमांड की अवधि सोमवार समाप्त हो जाएगी। पंचकूला हिंसा के बाद, करीब 38 दिन तक फरार रहने के बाद, बीते 3 अक्तूबर को हरियाणा पुलिस ने हनीप्रीत व उसकी एक महिला सहयोगी सुखदीप कौर को पंजाब में नजदीकी जीरकपुर इलाके से धरदबोचा था और फिर चार अक्तूबर को पंचकूला की अदालत ने हनीप्रीत व सुखदीप को छह दिन के रिमांड पर पुलिस के हवाले किया था। हनीप्रीत की रिमांड अवधि मंगलवार को समाप्त होने जा रही है। इसके बावजूद अभी तक हरियाणा पुलिस हनीप्रीत से कोई बड़ा राज उगलवाने में असफल रही है।
हालांकि, पुलिस हनीप्रीत को लेकर बठिंडा में भी गई लेकिन पुलिस के हाथ कोई बड़ी कामयाबी नहीं लगी। शनिवार को करीब छह घंटे तक पुलिस ने हनीप्रीत व सुखदीप को अज्ञात स्थान पर ले जाकर उनके साथ सख्ती से पूछताछ की लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली।हनीप्रीत अपने बयानों के माध्यम से पुलिस को लगातार गुमराह कर रही है। अब पुलिस के पास बहुत कम समय बचा है। ऐसे में पुलिस ने शनिवार को देररात हनीप्रीत व सुखदीप को पूछताछ के लिए सीआइए के हवाले कर दिया। सीआइए टीम ने रविवार को करीब छह घंटे तक अपने तरीके से दोनों आरोपियों से पूछताछ की। इस पूछताछ में पुलिस को कामयाबी मिली या नहीं, यह तो नहीं पता चला, अलबत्ता इस दौरान उसकी एक नई बात सामने आई।
हनीप्रीत को पुलिस रिमांड के दौरान टीवी चैनलों तथा अन्य माध्यम से पता चला कि रोहतक की सुनारियां जेल में बंद उसके कथित ‘पापा’ राम रहीम की कमर में दर्द है। हनीप्रीत ने पुलिस के समक्ष अपने पापा से मिलने की गुहार लगाते हुए कहा है कि पापा की कमर दर्द का इलाज वही करती रही है। इस समय उसके पापा संकट में हैं। इसलिए उसे पापा से मिलने की इजाजत दी जाए। हनीप्रीत की इस मांग की पुष्टि करते हुए उससे पूछताछ करने वाली टीम के एक आला अधिकारी ने बताया कि हनीप्रीत राम रहीम से मुलाकात करना चाहती है।
उसने तर्क दिया है कि वह बेटी होने के नाते अपने पिता को मुसीबत में नहीं देख सकती है। हालांकि पुलिस ने उसकी इस मांग को गंभीरता से नहीं लिया लेकिन हनीप्रीत की इस मांग को पुलिस पूछताछ को असल मुद्दे से भटकाने का ही एक प्रयास माना जा रहा है, क्योंकि हनीप्रीत रिमांड अवधि के दौरान इसी तरह की मांग करके पुलिस रिमांड की अवधि पूरी करना चाहती है।