अमित शाह के बेटे की फर्म पर आरोप: सरकारी वकील बोले- मैं लड़ सकता हूं जय शाह का केस

कांग्रेस ने रविवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह पर लगे आरोपों की जांच की मांग की है। कांग्रेस ने कहा कि 2014 में भाजपा के केंद्र में सत्ता हासिल करने के बाद अमित शाह के बेटे जय अमितभाई शाह से जुड़ीं एक कंपनी का कारोबार 16,000 गुना तक बढ़ा है। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा कि कंपनी रजिस्ट्रार से मिली जानकारी से पता चला है कि टेम्पल एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड नामक एक कंपनी ने 2014-15 में सिर्फ 50,000 रुपये का कारोबार किया था, लेकिन अचानक एक साल में इस कंपनी के कारोबार में 16,000 गुना की वृद्धि देखी गई। इस कंपनी में जय शाह एक निदेशक हैं। सरकारी वकील तुषार मेहता ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि वह इस मामले में जय शाह की तरफ से केस लड़ सकते हैं। एडिशनल सॉलिसिटर जनरल मेहता ने कहा, ”मैंने विधि मंत्रालय से इस संबंध में 6 अक्‍टूबर को अनुमति ली थी। मुझसे इस मामले में मशविरा किया जा रहा है। मैं अदालत के सामने इसे मामले में पेश हो सकता है।”

सिब्बल ने कहा कि टेम्पल एंटरप्राइजेज ने 2012 से 2013 और 2013 से 2014 तक क्रमश: 6,230 रुपये और 1,724 रुपये का घाटा दर्ज किया था। लेकिन 2014 से 15 के दौरान कंपनी ने 18,000 रुपये का लाभ दिखाया। यह बात उल्लेखनीय है कि अगले वर्ष 2015 से 16 के दौरान कंपनी का कारोबार 80 करोड़ रुपये हो गया। इस मामले पर समाचार वेबसाइट, ‘द वायर’ द्वारा रिपोर्ट जारी करने के बाद कांग्रेस ने संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया था।

सिब्बल ने कहा कि कंपनी के भाग्य में बदलाव भाजपा के एक राज्यसभा सदस्य के एक रिश्तेदार के स्वामित्व वाली आईएफएस फाइनेंशियल सर्विसिस से बगैर किसी जमानत के 15.78 करोड़ रुपये का ऋण मिलने के बाद आया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा है कि नोटबंदी के लाभार्थी का पता आखिरकार चल गया है। राहुल ने एक ट्वीट में कहा, “हमें आखिरकार नोटबंदी का एकमात्र लाभार्थी मिल ही गया। यह आरबीआई, गरीब या किसान नहीं है। ये नोटबंदी के शाह-इन-शाह हैं। जय अमित।”

उधर, भाजपा ने इस पूरे प्रकरण को ‘दुर्भावनापूर्ण और अपमानजनक’ बताया और कहा कि जय शाह रपट के लेखक और समाचार वेबसाइट ‘द वायर’ के संपादकों और मालिकों के खिलाफ 100 करोड़ रुपये की दीवानी और आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने मामले पर मीडिया से बातचीत में कहा कि जय शाह की कंपनियों -टेम्पल एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड और कुसुम फिनसर्व- द्वारा किए गए सभी लेनदेन और लिए गए ऋण पारदर्शी थे और ऋण को ब्याज के साथ वापस अदा किया गया था।

गोयल ने कहा, “दुर्भावनापूर्ण तरीके से रपट के जरिए हमारे नेता अमित शाह की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। जय शाह ने लेखक, संपादक और समाचार वेबसाइट के मालिकों के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का आपराधिक और दीवानी मानहानि का मुकदमा दायर करने का निर्णय लिया है।” उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूं कि कांग्रेस भी स्पष्ट करे कि यदि उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो उन्हें गांधी परिवार के लेन-देन से संबंधित न्यायमूर्ति ढींगरा आयोग की रपट को रोकने के लिए अदालत में नहीं जाना चाहिए।”

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के भूमि लेन-देन में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए राज्य में सत्ता में आने के बाद, हरियाणा सरकार ने ढींगरा आयोग का गठन किया था।

जय शाह की कंपनियों के लेनदेन के बारे में गोयल ने कहा कि शाह व्यावसायिक रूप से “पूरी तरह जायज और कानून सम्मत कारोबार’ करते हैं, जो उनके बही-खातों और आयकर रिटर्न से स्पष्ट है”। गोयल ने कहा कि सभी लेनदेन बैंकों के माध्यम से किए गए हैं।

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